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महाकुंभ को लेकर अबतक क्या रही पक्ष-विपक्ष के नेताओं की भाषा!

बीजेपी महाकुंभ के सफल आयोजन की बात करते हुए अपनी पीठ थपथपा रही है, वहीं विपक्ष कुंभ को लेकर बीजेपी सरकार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेर रहा है।

Maha Kumbh 2025 statement

महाकुंभ 2025।

उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों की मानें तो प्रयागराज में महाकुंभ में अबतक 58 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने परित्र गंगा में स्नान किया है। यह आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। लोग स्नान करने के लिए संगम के पवित्र तट पर उमड़ रहे हैं। कुंभ में भगदड़ जैसी कई घटनाओं के साथ में लोग आस्था से सराबोर हैं, लेकिन इसी बीच कुंभ को लेकर सियासी संग्राम भी छिड़ा हुआ है।

 

बीजेपी महाकुंभ के सफल आयोजन की बात करते हुए अपनी पीठ थपथपा रही है, तो वहीं विपक्ष कुंभ को लेकर बीजेपी सरकार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। महाकुंभ को लेकर विपक्षी नेताओं की ओर से कई ऐसे बयान सामने आ चुके हैं, जिसे लेकर सत्तापक्ष से घमासान तेज होने लगा है।

 

कुंभ को 'मृत्यु कुंभ' बताया

 

विपक्ष की तरफ से कुंभ को लेकर दिए गए बयानों में से सबसे ताजा मामला पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से जुड़ा है। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए इसे कुंभ को 'मृत्यु कुंभ' बताया। ममता ने महाकुंभ में अव्यवस्था और 29 जनवरी को महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना और हुई मौतों को लेकर महाकुंभ को 'मृत्यु कुंभ' बताया था। उन्होंने कहा कि कुंभ में वीवीआईपी को खास सुविधाएं दी जा रही हैं, लेकिन गरीबों को कोई सुविधा नहीं दी जा रही है। 

 

महाकुंभ में बदइंतजामी और अव्यवस्था को लेकर ममता बनर्जी के अलावा विपक्ष के कई बड़े नेता मुख्यमंत्री योगी पर आरोप लगा रहे हैं। लालू प्रसाद, मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई और सियासी दिग्गजों ने ऐसे बयान दिए हैं।

 

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लालू प्रसाद का सरकार पर हमला

 

समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने महाकुंभ को लेकर यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में कहीं भी 144 वर्ष बाद कुंभ आने का उल्लेख नहीं है, अगर है तो बीजेपी के लोग सामने आकर बताएं।

 

29 जनवरी को कुंभ में हुई भगदड़ की घटनाओं पर आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कुंभ को 'अर्थहीन' और 'फालतू' बताया था। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ के लिए उन्होंने रेलवे को जिम्मेदार ठहराया और रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बहुत दुखद घटना घटी है। यह रेलवे की गलती है। 

 

कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा सवाल

 

ऐसे ही कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाकुंभ को लेकर कहा कि गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी दूर होती है क्या? आपको पेट में खाना मिलता है क्या? मैं किसी की आस्था को कोई ठेस नहीं पहुंचाना चाहता। अगर किसी को दुख हुआ तो मैं माफी चाहता हूं, लेकिन आप बताइए कि जब बच्चा भूखा मर रहा है, बच्चा स्कूल में नहीं जा रहा है, मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल रही है। लेकिन, गंगा नदी में डुबकियां लगाई जा रही हैं। ऐसे लोगों से देश की भलाई होने वाली नहीं है।

 

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 144 साल बाद कुंभ होने के दावे पर सवाल उठाए थे। उन्होंने संगम में गंगा की सफाई और उसमें आने वाले गंदे पानी पर भी सवाल उठाए हैं। यूपी के पूर्व सीएम कुंभ में अव्यवस्था, प्रशासनिक लापरवाही, श्रद्धालुओं के आंकड़ों को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। वहीं, बीजेपी ने इन बयानों पर पलटवार करते हुए विपक्ष पर सनातन धर्म विरोधी होने का आरोप लगाया है। 

 

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'कुंभ में स्नान करना बहुत बड़ा सौभाग्य'

 

इस बीच महाकुंभ में आस्था की डूबकी लगाने पहुंचे असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 'कुंभ में स्नान करना बहुत बड़ा सौभाग्य है। परमात्मा को बहुत-बहुत आभार कि उन्होंने हमें स्नान करने का मौका दिया। कुशलता के साथ मेला प्रबंधन किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पूरे प्रशासन को मैं धन्यवाद देता हूं।'

 

महाकुंभ पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर पूर्व केंद्रीय जल मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पिछले 10 सालों में कोई भी ऐसा आयोजन हुआ है जिस पर भारत को गर्व हो। विपक्ष ने उस पर गैरजिम्मेदाराना टिप्पणी की है। 

 

क्या बोले सीएम योगी?

 

वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'पिछले 8 सालों में हमारी सरकार ने 6 करोड़ से ज्यादा लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने में सफलता प्राप्त की है। ये चीजे दिखाती हैं कि प्रत्येक क्षेत्र में बदलाव हुआ है। अकेले महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में 3 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक वृद्धि करने वाला है।'

 

हालांकि, इन बयानों के बीच कुंभ में रोजाना एक करोड़ से अधिक लोग स्नान करने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। यह सिलसिला 26 फरवरी तक जारी रहेगा, क्योंकि इसी दिन महाशिवरात्रि है और कुंभ का समापन हो रहा है।

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