शनिवार देशभर में सुबह यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) सेवा में एक बड़ी तकनीकी खराबी की वजह से देशभर में डिजिटल ट्रैन्सैक्शन सेवाएं प्रभावित हो गईं। इस रुकावट के चलते लाखों लोग और व्यापारी ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर नहीं कर पाए, जिससे रोजमर्रा की गतिविधियों में काफी दिक्कतें आ रही हैं।
UPI में आई तकनीकी खामी
डिजिटल सर्विसेज करने वाली वेबसाइट DownDetector के अनुसार, दोपहर तक लगभग 1,168 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें सबसे ज्यादा शिकायतें Google Pay (96 शिकायतें) और Paytm (23 शिकायतें) से जुड़ी थीं। कई प्रमुख बैंक जैसे एचडीएफसी बैंक, एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा, फेडरल बैंक, ऐक्सिस बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक भी इस तकनीकी समस्या से प्रभावित हुए।
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यह पहली बार नहीं है जब UPI सेवा बाधित हुई हो। इससे पहले भी 26 मार्च को एक बड़ी रुकावट आई थी, जब कई UPI ऐप्स कुछ घंटों तक काम नहीं कर रहे थे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने उस समय की समस्या को 'तकनीकी समस्या' बताया था, जिसकी वजह से 2 से 3 घंटे तक सेवा बाधित रही थी। उस दिन भी आम यूजर्स और दुकानदार दोनों को भुगतान में रुकावट का सामना करना पड़ा था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस बार की तकनीकी खराबी का कारण क्या था – यह सर्वर ओवरलोड, रख-रखाव कार्य, या साइबर सुरक्षा से जुड़ी समस्या भी हो सकती है।
8 अप्रैल से NCPI की नई गाइडलाइन जारी
इस बीच, 8 अप्रैल 2025 को NPCI ने एक नई गाइडलाइन जारी की, जिसमें अंतरराष्ट्रीय लेन-देन के लिए QR कोड शेयर कर भुगतान करने की सुविधा रोक दी गई है। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि भुगतान ऐप सही तरीके से भुगतानकर्ता की पहचान कर सके। हालांकि, भारत में घरेलू QR कोड लेन-देन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और पहले की तरह ही वे जारी रहेंगे।