सिविल एविएशन मंत्री किंजारापु राम मोहन नायडू ने कहा है कि 12 जून को अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच रिपोर्ट केवल प्रारंभिक है। उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'हमें इस पर जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष नहीं निकालना चाहिए।'
मंत्री ने जांच टीम की तारीफ की और कहा, 'जांच दल ने बहुत अच्छा काम किया है। हम एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (एएआईबी) के साथ मिलकर हरसंभव मदद कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि अंतिम रिपोर्ट जल्द आएगी, जिससे हम किसी ठोस नतीजे पर पहुंच सकें।'उन्होंने यह भी कहा, 'मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे पायलट और क्रू दुनिया में सबसे बेहतरीन हैं।'
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पायलट एसोसिएशन ने लगाया आरोप
इससे पहले, एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एएलपीए) ने आरोप लगाया कि जांच को पायलटों को दोषी मानकर आगे बढ़ाया जा रहा है। एएलपीए ने कहा कि इन महत्वपूर्ण जांचों में योग्य लोगों को शामिल नहीं किया जा रहा। उन्होंने मांग की कि उन्हें जांच में कम से कम ऑब्ज़र्वर के रूप में शामिल किया जाए ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
हालांकि, मंत्री नायडू ने कहा कि जांच पूरी तरह से पारदर्शी और अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार हो रही है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार है जब इस तरह की पूरी जांच भारत में ही की जा रही है।
क्या है शुरुआती रिपोर्ट?
वहीं, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने भी कहा, 'प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर कुछ ठोस कहना सही नहीं होगा। एएआईबी एक स्वायत्त संस्था है और बहुत अच्छा काम कर रही है।'
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प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, विमान के दोनों इंजनों के ईंधन स्विच 'एक सेकंड के अंतराल के साथ रन से कटऑफ स्थिति में चले गए।' लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा मानवीय गलती, मैकेनिकल खराबी या इलेक्ट्रॉनिक गड़बड़ी की वजह से हुआ। इस सवाल का जवाब ढूंढना जांच का मुख्य लक्ष्य है। जांच अभी जारी है और अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।