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'चाकू की जगह तलवार निकाली, हासिल क्या हुआ?' महबूबा मुफ्ती ने पूछे सवाल

PDP चीफ महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम हमले के बाद भारत के आक्रामक रुख और अभी तक आतंकियों के न पकड़े जाने को लेकर सवाल उठाए हैं।

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महबूबा मुफ्ती, Photo Credit: PTI

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रैटिक पार्टी (PDP) की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से सवाल उठाए हैं। पहलगाम हमले के बाद भारत के आक्रामक रुख को लेकर महबूबा मुफ्ती लगातार तीखे सवाल पूछ रही हैं। अब उन्होंने कहा है कि जहां चाकू की जरूरत थी, वहां तलवार निकाल ली गई। महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि पहलगाम हमले में 27-28 लोग मारे गए और उसके बाद फिर हमारे लोग मारे गए, लोगों के घर तबाह हुए और जिन मिलिटेंट्स ने ये सब किया, वे अभी तक पकड़े नहीं गए। पीडीपी प्रमुख महबूबा ने पूछा है कि आखिर इस सबसे हासिल क्या हुआ?

 

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'मेरे हिसाब से इस सबका आउटपुट यह निकला कि पहलगाम में हमने 27-28 लोग खोए और उसके बाद हमने और भी लोग खोए। हमारे मकान तबाह हो गए, हमारा पुंछ जैसा शहर तबाह हो गया। महिलाएं और बच्चे मारे गए, अरबों रुपये की प्रॉपर्टी तबाह हो गई। जो मिलिटेंट्स इसमें शामिल थे, वे तो अभी तक पकड़े नहीं गए तो अब तक हासिल हुआ ही क्या?'

 

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'डेलिगेशन तो पहले भेजना चाहिए था'

 

उन्होंने आगे कहा, 'भारत सरकार जो आज डेलिगेशन भेज रही है, यह पहले करना चाहिए था। पहले बताना चाहिए था कि हमारे साथ क्या हुआ। अब तो जंग आखिरी ऑप्शन भी नहीं है क्योंकि आप न्यूक्लियर पावर हैं। जिन लोगों के घरों में लोग मारे गए हैं, उनकी मांग है कि उन्हें शहीद घोषित किया जाना चाहिए। लोगों ने लोन लिए हैं, छोटी-छोटी दुकानें खोलने के लिए, उनका कर्ज माफ करना चाहिए। बैंक इंश्योरेंस नहीं दे रहे हैं। सरकार को बहुत काम करने की जरूरत है। यह हमारी जंग नहीं है।'

 

 

महबूबा मुफ्ती ने आगे कहा, 'दो मुल्क आपस में राजनीतिक हस्तक्षेप से इसे सुलझा सकते थे। यह ऐसा था कि जहां आपको छोटे चाकू की जरूरत है, वहां आपने तलवार उठाई है तो इससे हासिल क्या हुआ?' उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार की तारीफ करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि भारत सरकार को वाजपेयी जी का जो तरीका था, वह सबसे कामयाब रहा था। जब जनरल मुशर्रफ ने पहली बार कहा था कि अब हम संयुक्त राष्ट्र के रेजॉलूशन को अलग रखकर जम्मू-कश्मीर के मसले का हल निकालेंगे और वाजपेयी ने कहा था कि इंसानियत के दायरे में हल ढूंढेंगे।'

 

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आपको बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने भी जोरदार पलटवार किया था। इसका सबसे ज्यादा नुकसान जम्मू-कश्मीर के पुंछ, राजौरी और सांबा जैसे इलाकों के लोगों को उठाना पड़ा। पाकिस्तान की ओर से हुई शेलिंग में कई लोगों के घर तबाह हो गए और 13 लोगों की जान भी चली गई थी।

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