logo

ट्रेंडिंग:

भारी भीड़ या कुछ और, क्या है जगन्नाथ रथ यात्रा में भगदड़ की वजह?

जगन्नाथ रथ यात्रा में मची भगदड़ पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने श्रद्धालुओं से माफी मांगी है। घायल लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

Jagannath Rath Yatra.

जगन्नाथ रथ यात्रा की फाइल फोटो। ( Photo Credit: PTI)

ओडिशा के पुरी स्थित श्री गुंडिचा मंदिर के पास भगदड़ में तीन लोगों की मौत हुई है और लगभग 50 लोग घायल हैं। पुरी के जिला कलेक्टर सिद्धार्थ एस स्वैन के मुताबिक भगदड़ तड़के लगभग 4 बजे हुई। सभी श्रद्धालु रथ यात्रा उत्सव को देखने की खातिर मंदिर के पास जुटे थे। अधिकारियों के मुताबिक भगवान जगन्नाथ के रथ के पास भीड़भाड़ थी। यहां दो ट्रकों के आने से अफरा-तफरी मच गई। ट्रकों में चरमाला की लकड़ी लदी थी। इस लकड़ी को पवित्र माना जाता है। अधिकारियों के मुताबिक घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। छह लोगों की हालत गंभीर है। डीएम का कहना है कि 12 लोगों को प्राथमिक उपाचर के बाद छुट्टी दे दी गई है। वहीं तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। डीजीपी वाईबी खुरानिया घटनास्थल पर पहुंचे हैं। 

कैसे मची भगदड़?

ओडिशा के पुरी में गुंडिचा मंदिर के पास सारधाबली में सुबह लगभग 1500 श्रद्धालु रथ यात्रा देखने पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुबह लगभग 4 बजे चरमाला की लकड़ी से लदे दो ट्रकों के आने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। भगदड़ में कई लोग घायल हुए और तीन लोगों की जान चली गई। एएनआई से बातचीत में एक पीड़िता के पति ने आरोप लगाया कि भगदड़ के वक्त कोई अधिकारी मौजूद नहीं था। एक अन्य ने बताया कि लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरे पड़े थे। कुछ ही मिनटों में कई लोग बेहोश हो गए। मदद मांगने सूचना केंद्र पहुंचे, लेकिन मदद नहीं मिली। एंबुलेंस भी घटनास्थल से लगभग एक किमीमीटर दूर खड़ी।

 

यह भी पढ़ें: जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान मची भगदड़, 3 की मौत, 50 घायल

सीएम ने श्रद्धालुओं से माफी मांगी

ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने भगदड़ की घटना पर श्रद्धालुओं से माफी मांगी है। उन्होंने कहा है कि मैं भगवान जगन्नाथ के भक्तों से क्षमा मांगता हूं। उधर, बीजेडी विधायक अरुण कुमार साहू का कहना है कि भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत दुखद और रथ यात्रा के इतिहास में दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। सरकार संवेदनहीन और सुस्त है। कभी भी दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती है। दोषियों को सख्त सजा मिलने चाहिए।

इनकी हुई मौत

  • गोदाभांगा निवासी बसंती साहू
  • भुवनेश्वर निवासी प्रेमकांत मोहंती
  • बलीपटना निवासी प्रवती दास

 

यह भी पढ़ें: डिपोर्ट बनाम पुश बैक, असम से पश्चिम बंगाल तक बवाल क्यों? इनसाइड स्टोरी

 

गुंडिचा मंदिर में एक हफ्ते रुकेंगे भगवान

ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन का कहना है कि सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र और देवी सुभद्रा के रथ शनिवार को श्री गुंडिचा मंदिर पहुंचे। इस मंदिर को देवताओं की मौसी का घर माना जाता है। यह मंदिर जगन्नाथ मंदिर से लगभग 2.6 किमी दूर है। हर साल रथयात्रा यहां आती है।  यहां एक हफ्ते तक भगवान रहेंगे। इसके बाद 5 जुलाई को रथ यात्रा जगन्नाथ मंदिर लौटेगी। 

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap