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कौन हैं जॉर्ज सोरोस जिनके नाम पर संसद में घिर गईं सोनिया गांधी?

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया है कि जॉर्ज सोरोस के साथ कांग्रेस के रिश्ते बेहद गहरे हैं। बीजेपी का कहना है कि ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्ट प्रोजक्ट के साथ मिलकर विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार को बदनाम कर रहा है।

George Soros

अमेरिकी बिजनेसमैन जॉर्ज सोरोस को कई देश दुनिया के लिए खतरा बताते हैं। (इमेज क्रेडिट- instagram/georgesoros)

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को लोकसभा सदन में कहा है कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और अमेरिकन बिजनेसमैन जॉर्ज सोरोस के बीच गंभीर संबंध हैं। देश विरोधी ताकतों के खिलाफ सभी दलों को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा है कि ये आरोप बेहद गंभीर हैं, ऐसे में इसके लिए सभी दल साथ आएं। कांग्रेस नेता उद्योगपति गौतम अडानी का जिक्र करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेर रहे हैं, वहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) गांधी परिवार को जॉर्ज सोरोस का एजेंट बता रही है। गौतम अडानी और जॉर्ज सोरोस पर ऐसी सियासी रार मची है कि सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित हो रही है। 

भारतीय जनता पार्टी के सासंद निशिकांत दुबे ने रविवार को आरोप लगाया है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के रिश्ते जॉर्ज सोरोस से रहे हैं। जॉर्ज सोरोस जिस ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्ट प्रोजेक्ट (OCCRP) को फंड करते हैं, उस एजेंसी के साथ सोनिया गांधी के रिश्ते हैं। 

निशिकांत दुबे और संबित पात्रा जैसे बीजेपी नेताओं ने कहा है कि यह वही संस्था है जो आजाद कश्मीर की वकालत करती है, इस संस्था के साथ सोनिया गांधी के रिश्ते हैं। यह संस्था भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रही है, भारत के आतंरिक मामलों में हस्तक्षेप करती है। अमेरिकी अधिकारियों ने बीजेपी के इन आरोपों को खंडन किया है। जिस जॉर्ज सोरोस पर इतना हंगामा बरपा है, आखिर वह हैं कौन, आइए जानते हैं।

कौन हैं जॉर्ज सोरोस?

जॉर्ज सोरोस हंग्री-अमेरिकन उद्योगपति हैं। उनकी कंपनी सोरोस फंड मैनेजमेंट लिमिटेड लाइबिलिटीज कंपनी हमेशा विवादों के केंद्र में रही है। उनकी संस्था पर दुष्प्रचार करने, झूठी खबरें प्लांट कराने और दुनिया की सरकारों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप हैं। 

जॉर्ज सोरोस की आलोचना की एक वजह यह भी है कि वे शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग को फंड करते हैं। उन पर आरोप है कि वे अमेरिका में अपना एकाधिकार चाहते हैं और भारतीय उद्योगपतियों के खिलाफ वे साजिश रचते हैं। गौतम अडानी ग्रुप के खिलाफ हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट बीते साल प्रकाशित की थी, जिसके बाद उनके शेयरों में अप्रत्याशित गिरावट आई थी।
 

 जॉर्ज सोरोस खुद को ग्लोबल बिजनैसमैन बताते हैं और कहते हैं कि उनका व्यापार सीमाओं ने नहीं कैद है। अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी के वे समर्थक रहे हैं और उन्हें रिपल्बिकन अक्सर निशान पर लेते हैं। जॉर्ज सोरोस को 'रेड जॉर्ज' भी लोग बुलाते हैं क्योंकि वे अमेरिका में वामपंथियों की मदद करते हैं और प्रवासियों के समर्थक हैं। 

नेल्सन मंडेला के साथ जॉर्ज सोरोस। (इमेज क्रेडिट- इंस्टाग्राम, जॉर्ज सोरोस)



सोरोस ने द बबल ऑफ अमेरिकन सुपरमेसी, द कॉस्ट ऑफ बुश वॉर इन इराक जैसी किताबें लिखी हैं। नोबल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन उन्हें चतुर बिजनेसमैन बताते हैं।  जॉर्ज सोरोस के आलोचक कहते हैं कि वे दुनियाभर की सरकारों को अस्थिर करने की साजिश रचते हैं, वे उनके खिलाफ दुष्प्रचार करते हैं। 

दुनिया की नजर में विलेन क्यों हैं जॉर्ज सोरोस? 
जॉर्ज सोरोस ने फरवरी 2023 में कहा था कि गौतम अडानी पर लगे आरोपों की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कमजोर होंगे और देश में लोकतंत्र का फिर से उत्थान होगा। उन्होंने हिंडनबर्ग रिसर्च की गौतम अडानी पर रिपोर्ट के बारे में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को इसका जवाब देना चाहिए। 

जॉर्ज सोरोस पर डोनाल्ड ट्रम्प के समर्थक आरोप लगाते हैं कि प्रवासियों को समर्थन देते हैं और हिंसा फैलाते हैं। दुनिया के कई देश उनसे नाखुश हैं। तुर्की के पीएम रेचेप तैयप एर्दोगान ने कहा था कि वे तुर्की को विभाजित करने के लिए यहूदियों को उकसा रहे हैं। हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन का मानना है कि वे पश्चिमी देशों के लिए खतरा हैं।

नेल्सन मंडेला के साथ जॉर्ज सोरोस। (इमेज क्रेडिट- इंस्टाग्राम, जॉर्ज सोरोस)



नए आरोपों पर संसद में क्यों मचा है बवाल?
बीजेपी का कहना है कि जॉर्ज सोरोस OCCRP को फंड करते हैं। यह संस्था भारत को कमजोर करने के लिए दुष्प्रचार करती है। बीजेपी का कहना है कि सोनिया गांधी फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पेसिफिक (FDL-AP) की उपाध्यक्ष रही हैं। इस संस्था को जॉर्ज सोरोस फंड देते हैं। FDL-AP फाउंडेशन ने कश्मीर को अलग देश बताया है। 

संसद में जॉर्ज सोरोस और सोनिय गांधी के लिंक पर चर्चा चाहती है बीजेपी। (तस्वीर-PTI)

बीजेपी का कहना है कि सोनिया गांधी और इस संस्था का लिंक दर्शाता है कि जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ सोनिया गांधी के रिश्ते गहरे हैं। बीजेपी का कहना है कि राजीव गांधी फाउंडेशन का जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन के साथ संबंध है, यह भारतीय संस्थाओं में विदेशी फंडिंग की बात को दर्शाता है। बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी का अडानी पर प्रेस कॉन्फ्रेंस जॉर्ज सोरोस की ओर से फंड की जाने वाली पत्रिका OCCRP पर दिखाई गई, जो दिखाता है कि उनके कितने गहरे रिश्ते हैं।

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