केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दावा किया कि राज्य में ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ का दौर खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि 2026 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपनी कोर हिंदू वोटर्स और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से दूर हो रही महिला मतदाताओं के समर्थन से सरकार बनाएगी।
कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में आयोजित 'विजय संकल्प कार्यकर्ता सम्मेलन' में शाह ने कहा, ‘बंगाल की महिलाएं सिंदूर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगी।’ उन्होंने ममता बनर्जी पर भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले के समय प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसने का आरोप लगाया, जिसमें भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था। शाह ने कहा, ‘अगर ममता बनर्जी को बंगाल में हिंसा में मारे गए बंगालियों के लिए दुख होता, तो बेहतर होता। उस समय उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला। इससे साफ है कि वह किसके पक्ष में हैं।’
मुर्शिदाबाद हिंसा पर सवाल
शाह ने हाल ही में मुर्शिदाबाद में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए प्रदर्शनों से जुड़ी हिंसा को ‘राज्य प्रायोजित’ करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की बार-बार चेतावनी के बावजूद टीएमसी सरकार ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की मदद लेने से इनकार कर दिया। शाह ने सवाल उठाया, ‘हाई कोर्ट के आदेश के बाद ही बीएसएफ को तैनात किया गया। टीएमसी के नेता बीएसएफ पर आरोप लगा रहे थे और दंगाइयों को उकसा रहे थे। ममता बनर्जी ने वक्फ संशोधन का विरोध किया। वह किसे बचाने की कोशिश कर रही हैं?’
उन्होंने कहा कि बंगाल के आगामी विधानसभा चुनाव केवल राज्य के भविष्य को तय नहीं करेंगे, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़े हैं। शाह ने ममता बनर्जी पर बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी ने देश की सीमाओं को बांग्लादेशियों के लिए खोल दिया है। हमने उनसे सीमा पर बाड़बंदी करने के लिए जमीन मांगी, लेकिन उन्होंने नहीं दी। वह चाहती हैं कि घुसपैठ जारी रहे, उनका वोट बैंक बढ़े और उनका भतीजा मुख्यमंत्री बने। लेकिन ऐसा नहीं होने वाला।’
बंगाल का हो रहा पतन
शाह ने कहा कि यह दुखद है कि कभी हर क्षेत्र में भारत का नेतृत्व करने वाला बंगाल पहले वामपंथी शासन और अब टीएमसी के शासन में पतन की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘बंगाल ने वर्षों तक भारत को ज्ञान, विज्ञान और स्वतंत्रता आंदोलन में प्रेरणा दी। लेकिन कम्युनिस्टों के बाद ममता दीदी ने 'मां, माटी, मानुष' के नारे के साथ सत्ता संभाली। उन्होंने इस महान भूमि को घुसपैठ, भ्रष्टाचार, महिलाओं पर अत्याचार, बम विस्फोटों और हिंदुओं पर अन्याय का अड्डा बना दिया।’
उन्होंने टीएमसी पर चुनावी हिंसा का आरोप लगाते हुए कहा, ‘चुनाव के दौरान और ममता दीदी की जीत के बाद सैकड़ों बीजेपी कार्यकर्ताओं को बेरहमी से मार दिया गया। दीदी, आप कब तक अपराधियों को बचाएंगी? आपका समय खत्म हो चुका है। 2026 में बीजेपी बंगाल में सरकार बनाएगी।’
‘TMC सिंडीकेट ने लूटा’
शाह ने दावा किया कि यूपीए सरकार के दौरान बंगाल को 2.09 लाख करोड़ रुपये मिले, जबकि मोदी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 8.27 लाख करोड़ रुपये दिए। लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि यह पैसा ‘टीएमसी के सिंडिकेट’ ने लूट लिया। शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा, ‘चाहे मोदी जी 50 लाख करोड़ रुपये भेज दें, जब तक बंगाल में बीजेपी की सरकार नहीं बनेगी, यह पैसा आम लोगों तक नहीं पहुंचेगा। मोदी जी की योजनाओं का लाभ और घर पाने के लिए आपको बंगाल में बीजेपी की सरकार लानी होगी।’