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CID करेगी बेंगलुरु भगदड़ की जांच, केंद्रीय मंत्री ने लगाया बड़ा आरोप

कर्नाटक सरकार ने चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है। 4 जून को भगदड़ में 11 लोगों की जान गई थी।

Bengaluru News.

बेंगलुरु। (Photo Credit: PTI)

बेंगलुरु भगदड़ की जांच अब आपराधिक जांच विभाग (CID) करेगा। कर्नाटक सरकार ने आदेश जारी कर दिया है। दूसरी तरफ घटना की मजिस्ट्रेट जांच भी जारी है। 15 दिन में इसकी रिपोर्ट सौंपी जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीआईडी अधिकारियों ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के कार्यालय का दौरा भी किया है। उधर, भगदड़ मामले में सियासत भी तेज होने लगी है। भाजपा नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने शनिवार को कर्नाटक के सीएम और डिप्टी सीएम को भगदड़ का जिम्मेदार ठहराया और उनके इस्तीफे की मांग की। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया, 'सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के हाथ खून से सने हैं।' उन्होंने हाई कोर्ट के न्यायाधीश से घटना की जांच कराने की मांग की, ताकि सच्चाई सामने लाई जा सके।

 

4 जून को बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों की जान गई थी। इसके बाद कर्नाटक सरकार ने बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद और 4 अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया था। केंद्रीय मंत्री ने सरकार के इस कदम की भी आलोचना की। शोभा करंदलाजे बेंगलुरु नॉर्थ संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं। उन्होंने राहुल गांधी और कांग्रेस हाईकमान की चुप्पी पर भी सवाल उठाया और कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे सीएम और डिप्टी सीएम का इस्तीफा मांगें।

 

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'बच्चों को खोने वाले माता-पिता सरकार को कोस रहे हैं'

केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'सिद्धारमैया और शिवकुमार के हाथ खून से सने हैं। जिन माता-पिता ने अपने बच्चों को खो दिया है, वे उन्हें कोस रहे हैं। वे (सीएम और डिप्टी सीएम) अपने हाथों पर लगे खून को धोने और पुलिस अधिकारियों पर पोंछने का प्रयास करने में जुटे हैं। सामान्य घर से आने वाले और एक सख्त व ईमानदार बेंगलुरु के कमिश्नर को निलंबित कर दिया गया।'

क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों को क्यों बचाया जा रहा: केंद्रीय मंत्री

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मामले की हाई कोर्ट के जज से जांच करवाई जाए। उन्होंने घायलों की संख्या पर सवाल उठाया और कहा कि सरकार पूरे मामले को कवरअप करने की कोशिश में जुटी है। उन्होंने दावा किया कि कुछ घायल लोगों के परिजन इलाज का खर्च उठा रहे हैं, जबकि सरकार ने खर्च वहन करने का एलान किया था। शोभा करंदलाजे ने यह भी पूछा कि सरकार कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और उसके पदाधिकारियों को क्यों बचा रही है? जब आरसीबी और डीएनए इवेंट मैनेजमेंट के अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया तो उन्हें क्यों नहीं पकड़ा गया है? 

 

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'सरकार की अनुमति के बिना कैसे मना जश्न'

केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि सरकार की अनुमति के बिना दो स्थानों पर जश्न कैसे हुआ? अगर सरकार ने अनुमति दी थी, तो पुलिस अधिकारियों को क्यों निलंबित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्टेडियम के केवल तीन गेट खोलने, भारी भीड़ और सरकार की लापरवाही से भगदड़ हुई है। केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया, 'सीएम और डिप्टी सीएम की गलती के कारण कमिश्नर को निलंबित किया गया है। गलती आपने (सीएम व  डिप्टी सीएम ) की है और दोषी उन्हें (अधिकारियों को) ठहरा रहे हैं। आप अपने हाथों पर लगे खून को उन पर पोछ रहे हैं।' 

 

केंद्रीय मंत्री ने दूसरे अन्य नेताओं को सीएम और डिप्टी सीएम बनाने की मांग की और कहा कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला अक्सर हर काम में कर्नाटक आते हैं, अब कहां छिपे हैं? आरोप लगाया कि वे इस मुद्दे पर इसलिए चुप हैं, क्योंकि कर्नाटक सरकार हाईकमान के लिए एटीएम है। 

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