कांग्रेस नेता शशि थरूर ने एक बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि पार्टी हितों से ऊपर देशहित को रखना चाहिए। बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार ने शशि थरूर को सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ विदेश दौरे पर भेजा था। उनके चयन पर सियासी हंगामा भी मचा। दरअसल, कांग्रेस ने थरूर का नाम नहीं भेजा था। बावजूद इसके केंद्र सरकार ने उनका चयन किया तो इस पर कांग्रेस भड़क गई थी।
कोच्चि के एक स्कूल में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, 'जब देश खतरे में हो तो हमें अपने मतभेदों को किनारे रख देना दीजिए। भारत पहले आना चाहिए। अगर भारत रहेगा, तभी हम सब जीवित रहेंगे।' उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का हवाला दिया और कहा अगर भारत ही नहीं रहेगा तो कौन जिंदा बचेगा?
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सभी दलों का लक्ष्य बेहतर भारत बनाना
शशि थरूर का कहना है कि सभी दलों का लक्ष्य अपने तरीके से एक बेहतर भारत बनाना है। आप चाहे किसी भी पार्टी से हों, मेरे विचार से देश पहले आता है। दल भी देश सेवा और राष्ट्र को बेहतर बनाने का ही माध्यम है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने रुख से सरकार और सशस्त्र बलों का समर्थन किया। मेरे इस रुख की कड़ी आलोचना की जा रही है। मगर मैं अपनी बात पर अड़ा रहूंगा, क्योंकि मेरा मानना है कि देशहित में यही सही है। हालांकि कांग्रेस हाईकमान के साथ अपने मतभेद के सवाल पर शशि थरूर ने कोई टिप्पणी नहीं की।
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खरगे ने थरूर पर साधा था निशाना
कोच्चि में थरूर ने कहा कि दलों की विचारधारा अलग-अलग हो सकती है। मगर सभी बेहतर और सुरक्षित भारत के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए। राष्ट्रीय हित में कई बार अन्य दलों के साथ सहयोग करने की जरूरत होती है। मगर कभी-कभी पार्टियों को लगता है कि यह विश्वासघात है। यही सबसे बड़ी समस्या है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अप्रत्यक्ष तौर पर शशि थरूर पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस देश पहले पर विश्वास करती है। मगर कुछ लोगों के लिए मोदी पहले और देश बाद में है।