दो दिन पहले उद्धव ठाकरे ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था कि दोनों शिव सेनाओं को एक साथ आना चाहिए। अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मजाकिया लहजे में कुछ बातें कहीं। मानसून सत्र के दौरान फडणवीस ने विधानसभा में ऐसा बयान दिया कि सभी सदस्य हंसने लगे। बुधवार को विधानसभा में अपने भाषण में फडणवीस ने अपने पुराने दोस्त उद्धव ठाकरे को सीधे संबोधित किया।
फडणवीस ने हंसते हुए कहा, 'उद्धव जी, आपको हमारी (सत्ताधारी) पार्टी में शामिल होने का मौका मिल सकता है। कम से कम 2029 तक हमारे विपक्ष में जाने की कोई गुंजाइश नहीं है। उद्धव जी, आप इस तरफ (सत्ताधारी पक्ष) आने के बारे में सोच सकते हैं, लेकिन हमारा उस तरफ (विपक्ष) जाने का कोई चांस नहीं है।'
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अटकलें तेज
उनके इन बयानों ने सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा, क्योंकि चर्चा है कि उद्धव की शिव सेना और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) मुंबई की नगरपालिका चुनावों के लिए गठबंधन कर सकते हैं।
MNS ने अभी अपनी मंशा साफ नहीं की है, हालांकि, वह पहले बीजेपी का समर्थन कर चुकी है। 5 जुलाई को उद्धव और राज ठाकरे 20 साल बाद एक मंच पर आए, जब बीजेपी नीत महाराष्ट्र सरकार ने स्कूलों में पहली कक्षा से हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में लागू करने के दो विवादास्पद आदेशों को वापस लिया
उद्धव-राज आए थे साथ
अप्रैल में राज ठाकरे ने उद्धव के साथ पुराने मतभेदों को 'छोटा-मोटा' बताते हुए कहा था कि 'मराठी मानूस' (मराठी लोगों) के हित के लिए एकजुट होना मुश्किल नहीं है। उद्धव ने भी कहा कि वह छोटी-मोटी लड़ाइयों को भूलने को तैयार हैं, बशर्ते महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को बख्शा न जाए।
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यह बयान राज ठाकरे के उस कदम की ओर इशारा था, जिसमें उन्होंने शिव सेना प्रमुख और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को अपने घर पर बुलाया था। गठबंधन की उलझनों के बीच, राज ठाकरे ने पिछले महीने एक होटल में फडणवीस से भी मुलाकात की थी।