आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक सौरभ भारद्वाज के घर पर मंगलवार को ED ने छापा मारा था। यह छापेमारी दिल्ली में हॉस्पिटल कंस्ट्रक्शन से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई थी। आम आदमी पार्टी ने इस छापेमारी को ध्यान भटकाने की कोशिश बताया था। वहीं, इस छापेमारी पर सौरभ भारद्वाज की भी पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ED देश में ईमानदारी खत्म कर रही है।
ED ने मंगलवार को सौरभ भारद्वाज के घर पर छापा मारा था। उनके अलावा कुछ प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर्स और रियल एस्टेट डेवलपर्स से जुड़े 13 ठिकानों पर भी छापेमारी की थी। सौरभ भारद्वाज के खिलाफ इस मामले में ED ने 26 जून को केस दर्ज किया था। यह केस दिल्ली की एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के केस के आधार पर दर्ज किया गया था।
ACB ने इस मामले में सौरभ भारद्वाज और आम आदमी पार्टी सरकार में स्वास्थ्य मंत्र रहे सत्येंद्र जैन समेत कुछ प्राइवेट कॉन्ट्रैक्टर्स और सरकारी अधिकारियों को आरोपी बनाया था। यह केस पिछली आम आदमी पार्टी की सरकार में शुरू किए गए हेल्थ प्रोजेक्ट में कथित भ्रष्टाचार को लेकर दर्ज किया गया था।
सौरभ बोले- ईमानदारी खत्म कर रही ED
सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'जब सुबह छापा पड़ा तो मैंने ED वालों को बोला कि एक बात बताओ कि अगर तुम चोरों के यहां भी छापा मारोगे और ईमानदारों के यहां भी छापा मारोगे तो कोई क्यों ईमानदार रहेगा? तो हर आदमी कहेगा कि हम भी लूट लें। तुम तो देश के अंदर ईमानदारी खत्म कर रहे हो।'
उन्होंने कहा कि 'तुम तो किसी आदमी को, किसी नेता को ईमानदार रहने का क्रेडिट नहीं दे रहे। सब पर चोर की स्टैंप लगाकर रखी है। मेरा मन बड़ा दुखी था। मैं बेटी का चेहरा देख रहा था, सोच रहा था कि बेटी स्कूल जाएगी, बच्चे मजाक उड़ाएंगे।'
आम आदमी पार्टी ने उठाए थे सवाल
आम आदमी पार्टी ने सौरभ भारद्वाज के घर पर ED की छापेमारी को 'ध्यान भटकाने की रणनीति' बताया और दावा किया कि उनके खिलाफ मामला पूरी तरह झूठा है।
पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, 'यह छापेमारी केवल ध्यान भटकाने की कोशिश है। मामला उस समय का है जब भारद्वाज किसी मंत्री पद पर नहीं थे। यह मामला झूठा और बेबुनियाद है।'
वहीं, पार्टी के सांसद संजय सिंह ने भी इस मामले को झूठा और बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा, 'सौरभ भारद्वाज के खिलाफ दर्ज मामला झूठा और निराधार है। जिस समय ED ने मामला दर्ज किया था, उस समय वह मंत्री भी नहीं थे। AAP नेताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज करना और उन्हें जेल में डालना मोदी सरकार की नीति है। यह सभी AAP नेताओं को एक-एक करके परेशान करने और जेल में डालने के लिए किया जा रहा है।'
संजय सिंह ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी की फर्जी डिग्री के मामले से ध्यान हटाने के लिए यह छापेमारी की जा रही है।
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क्या है पूरा मामला?
इस मामले में पिछले साल अगस्त में बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 2018-19 में दिल्ली सरकार ने 2018-19 में 24 अस्पतालों के लिए 5,590 करोड़ रुपये को मंजूरी दी थी, लेकिन इसका काम पूरा नहीं किया गया।
विजेंद्र गुप्ता ने अपनी शिकायत में यह भी आरोप लगाया था कि 1125 करोड़ रुपये की लागत से 6,800 बेड वाले ICU अस्पताल बनाने को भी मंजूरी दी गई थी लेकिन तीन साल बीत जाने के बाद और 800 करोड़ खर्च हो जाने के बाद भी इनका सिर्फ 50% काम ही पूरा हुआ है।
उन्होंने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि LNJP अस्पताल में 465.52 करोड़ रुपये की लागत से नया ब्लॉक बनाया जाना था लेकिन 4 साल में इसकी लागत बढ़ गई 1,125 करोड़ रुपये हो गई। यह पैसों की हेराफेरी की ओर इशारा करता है।