कर्नाटक कांग्रेस और राज्य की सरकार में उठापटक मची हुई है। कांग्रेस पार्टी के नेता और मंत्री ही अपनी सरकार पर तरह-तरह के आरोप लगा रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने एकजुटता दिखाई है और कहा है कि उनकी सरकार आराम से पांच साल चलेगी। इसी मुद्दे पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुछ ऐसा कह दिया है जिससे खलबली मच गई है। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि मुख्यमंत्री का फैसला पार्टी हाईकमान के हाथ में है। खड़गे के इस बयान के बाद उन अटकलों को भी हवा मिल गई है जिसमें कहा जाता है कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच समझौता हुआ था कि दोनों ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालेंगे।
पिछले कुछ दिनों में कांग्रेस नेता बी आर पाटिल और राजू काजे ने कुछ ऐसी बातें कही हैं जिससे कांग्रेस पार्टी की खूब किरकिरी हुई है। बी आर पाटिल ने अपनी ही सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए तो राजू काजे ने यह तक कह दिया कि वह कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं। राज्य सरकार में मंत्री के एन राजन्ना ने भी कहा था कि सितंबर में क्रांतिकारी राजनितिक गतिविधि हो सकती है। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए अब कांग्रेस पार्टी डैमेज कंट्रोल में जुट गई है और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को भेजा गया है ताकि वह स्थानीय नेताओं से बात करके उनकी समस्याएं सुन सकें।
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साथ आए सिद्धारमैया और शिवकुमार
अब डीके शिवकुमार और अपने बीच मनमुटाव के सवाल पर सीएम सिद्धरमैया ने कहा है, 'आपको क्या लगता है कि मैं दशहरा पर उद्घाटन करूंगा कि नहीं? मैं और डीके शिवकुमार साथ हैं और यह सरकार पांच साल तक चट्टान की तरह बनी रहेगी। बीजेपी झूठ के लिए मशहूर है और वही वह कर सकती है। श्रीरामुलु चुनाव हार गए और बयानबाजी करते रहे। हम एकजुट हैं और हमें किसी के बयान की चिंता नहीं है। कोई क्या कहता है, उससे हमें मतलब नहीं है, हमारे संबंध अच्छे हैं।'
इतना कहते-कहते सिद्धारमैया ने डीके शिवकुमार का हाथ पकड़ा और ऊपर उठा दिया। दोनों इसी तरह कैमरे के सामने पोज भी किया और यह वीडियो वायरल हो गया। खुद सिद्धारमैया ने भी यह वीडियो अपने X हैंडल पर पोस्ट किया है। यहां भी उन्होंने लिखा है कि उनके और डीके शिवकुमार के बीच कोई मतभेद नहीं हैं।
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यह सब नए सिरे से तब शुरू हुआ था, जब कांग्रेस विधायक इकबाल हुसैन ने यह कह दिया था कि अगले दो-तीन महीने में डीके शिवकुमार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
क्या बोले खड़गे?
कर्नाटक में पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा राज्य में मुख्यमंत्री बदले जाने की संभावना को लेकर मल्लिकार्जुन खड़गे ने मीडिया से कहा, 'देखिए, यह हाईकमान के हाथ में है। यहां कोई नहीं कह सकता कि हाईकमान के मन में क्या चल रहा है। यह हाईकमान पर छोड़ दिया गया है और आगे कोई भी फैसला लेने का अधिकार उसी के पास है लेकिन अनावश्यक रूप से किसी को समस्या पैदा नहीं करनी चाहिए।'
बता दें कि साल 2023 में जब कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनी थी तो ऐसी अटकलें थीं कि सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री का पद संभालेंगे। हालांकि, ऐसे दावों (बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनाए जाने) की पार्टी ने न तो पुष्टि की है और न ही इसे खारिज किया है। वर्तमान में सिद्धारमैया मुख्यमंत्री हैं और शिवकुमार उप मुख्यमंत्री हैं।
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रोचक बात है कि सिद्धारमैया ने मई 2023 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। नवंबर 2025 में ढाई साल पूरे हो जाएंगे। इससे पहले ही कर्नाटक में खलबली मची हुई है। कुछ मंत्रियों ने सार्वजनिक तौर पर यह भी कहा है कि सितंबर के बाद राज्य में स्थिति बदलेगी। शायद यही वजह है कि कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी राज्य के दौरे पर पहुंचे हैं और विधायकों से मुलाकात कर रहे हैं।