महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ महीनों से एक सुगबुगाहट चल रही है। चर्चाए हैं कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव से पहले ठाकरे परिवार कम से कम राजनीतिक तौर पर एक हो सकता है। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (उद्धव बाला साहब ठाकरे) और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे की अगुवाई वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) की ओर से बयानबाजी भी लगातार हो रही है। अब उद्धव ठाकरे ने भी कहा है कि जो लोग चाहते हैं, वही होगा। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर हमला बोलते हुए कहा है कि अगर महाराष्ट्र में ठाकरे ब्रांड को खत्म करने की कोशिश की जाएगी तो वह बीजेपी को खत्म कर देंगे। शिवसेना के स्थापना दिवस के मौके पर एक अलग रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करना काफी नहीं है, कलाइयों में ताकत भी होनी चाहिए।
उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे दोनों ने ही 1966 में बाल ठाकरे द्वारा स्थापित शिवसेना के 59वें स्थापना दिवस का जश्न मनाने के लिए मुंबई में अपनी पार्टियों की रैलियों को संबोधित किया। एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का कार्यक्रम वर्ली के NSCI डोम में आयोजित किया गया, जबकि शिवसेना (UBT) की रैली सायन क्षेत्र के षणमुखानंद हॉल में हुई। बता दें कि शिवसेना में दोफाड़ होने के बाद मुख्य पार्टी पर एकनाथ शिंदे का अधिकार हो गया है और उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाले गुट को नया नाम और नया निशान मिल गया है। हालांकि, दोनों गुट एक ही दिन अपना स्थापना दिवस मनाते हैं।
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इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने BJP पर उनके चचेरे भाई राज ठाकरे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के साथ गठबंधन की संभावना को खत्म करने की कोशिश करने का आरोप लगाए। वहीं, एकनाथ शिंदे ने हिंदुत्व को 'त्यागने' का आरोप लगाते हुए उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा। उद्धव ने हिंदी फिल्म ‘प्रहार’ का एक डायलॉग बोलते हुए 'गद्दारों' को चुनौती दी। दरअसल, उद्धव से बगावत करने वाले एकनाथ शिंदे के गुट को वह 'गद्दार' कहते हैं।
क्या बोले उद्धव ठाकरे?
राज ठाकरे की पार्टी के साथ संभावित गठबंधन की ओर इशारा करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, 'लोग जो चाहते हैं, वही होगा। हम दिखाएंगे कि यह कैसे किया जाता है। BJP और शिंदे सेना नहीं चाहती कि मराठी पार्टियां एकजुट हों। अगर आप ठाकरे ब्रांड को खत्म करने की कोशिश करेंगे, तो हम BJP को खत्म कर देंगे।' फिल्म ‘प्रहार’ के मशहूर डायलॉग को दोहराते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा, 'फिल्म में नाना पाटेकर की तरह, मैं इन गद्दारों के सामने खड़ा हूं और उनसे कह रहा हूं, आओ, मुझे मार दो लेकिन अगर आप मुझ पर हमला करने की हिम्मत करते हैं, तो अमिताभ बच्चन की फिल्म की तरह एम्बुलेंस लेकर आएं क्योंकि आपका भी यही हश्र होगा।'
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दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे ने वर्ली में रैली के दौरान पलटवार करते हुए कहा, 'सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करना काफी नहीं है। आपको कलाइयों में ताकत की जरूरत है।' पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में हिंदी को किसी भी कीमत पर थोपने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि BJP निकाय चुनावों की पूर्व संध्या पर मराठी और हिंदी भाषी लोगों के बीच विभाजन पैदा करना चाहती है। उद्धव ठाकरे ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी मुंबई नगर निकाय पर अपना कब्जा बरकरार रखेगी। ठाकरे ने दावा किया कि BJP के पास अपनी कोई विरासत नहीं है और उसे सरदार वल्लभभाई पटेल की एक विशाल प्रतिमा स्थापित करनी पड़ी, जिन्होंने देश के गृह मंत्री रहते हुए आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था।