बीजेपी नेता निशिकांत दूबे ने गिरिडीह में हुई हिंसा के लिए शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और कांग्रेस को दोषी ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी की नीतियों ने बांग्लादेशी घुसपैठियों का राज्य में आना आसान बना दिया है। इसकी वजह से राज्य में जनसंख्या में परिवर्तन और प्रदेश में अशांति दिख रही है।
आगे उन्होंने एनआरसी और परिसीमन लागू करने की बात दोहराते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो 'झारखंड बांग्लादेश में मिल जाएगा।'
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बीजेपी नेता ने क्या कहा?
मीडिया से बात करते हुए निशिकांत दूबे ने कहा, 'मेरे एरिया में भी होलिका दहन के दिन ऐसी ही स्थिति हुई थी। फिर मैंने डीसीपी को फोन किया, इसके बाद स्थिति सामान्य हुई। झारखंड चुनाव के पहले बीजेपी ने कहा था कि 81 में से 30 विधानसभा सीटों पर वोटर टर्नआउट 50 से 150 प्रतिशत तक बढ़ गया है जो कि बांग्लादेशी घुसपैठियों की वजह से हुआ है।'
उन्होंने कहा, 'देवघर में दुकानों को जला दिया गया; यह सब कांग्रेस की नीतियों की वजह से हुआ जिसकी वजह से बांग्लादेशी घुसपैठिए किसी न किसी तरह से राज्य में आ रहे हैं। अब आदिवासी जनसंख्या 45 प्रतिशत से घटकर 22-23 प्रतिशत पर आ गई है और मुस्लिम जनसंख्या 9 प्रतिशत से बढ़कर 28-29 प्रतिशत हो गई है।'
उन्होंने कहा, 'वोट बैंक की पॉलिटिक्स पूरे राज्य को अपनी गिरफ्त में ले रही है और अगर कांग्रेस के खिलाफ सामूहिक आंदोलन नहीं होगा तो हम राज्य को खो देंगे।'
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‘सीएम सिर्फ चुनाव जीतना चाहते हैं’
आगे बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने कहा, 'मुख्यमंत्री सिर्फ चुनाव जीतना चाहते हैं, इसलिए सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा, महाशिवरात्रि, होली और ईद के नाम पर ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। अगर एनआरसी को लागू नहीं किया जाता है तो अलग राज्य की मांग की जाएगी और झारखंड बांग्लादेश में मिल जाएगा।'
उनका यह बयान गिरिडीह में हुए सांप्रदायिक तनाव के बाद आया है। गिरिडीह में होली के अवसर पर शुक्रवार को सांप्रदायिक तनाव के बाद कई वाहनों को आग लगा दी गई।
यह घटना तब हुई जब होली खेलने वाले लोगों का समूह गोडथंबा चौक के पास एक गली से गुजर रहा था। इस दौरान दो समुदायों के बीच कहा-सुनी हो गई।