जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की चीफ महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में उन्होंने दोनों से प्राइवेट बिल को लेकर समर्थन मांगा है। PDP अगले विधानसभा सत्र में तीन प्राइवेट मेंबर बिल पेश करने जा रही है और इस पर ही उन्होंने उमर अब्दुल्ला और सुनील शर्मा से समर्थन मांगा है।
सबसे साथ आने की अपील
अपनी चिट्ठी में महबूबा मुफ्ती ने 2019 के बाद से सामने आ रही जम्मू-कश्मीर के लोगों की कथित समस्याओं का जिक्र किया। उन्होंने चिट्ठी लिखकर दोनों से पार्टी लाइन से परे समस्याओं के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
उन्होंने सिर्फ अब्दुल्ला और सुनील शर्मा को ही चिट्ठी नहीं लिखी है, बल्कि कांग्रेस नेता गुलाम अहमद मीर, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के चीफ सज्जाद लोन, कम्युनिस्ट नेता एमवाई तारिगामी, आवामी इत्तेहाद पार्टी के शेख खुर्शीद और बाकी निर्दलीय विधायकों को भी चिट्ठी लिखी है।
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कौन से बिल लाने की तैयारी में PDP?
महबूबा मुफ्ती की पार्टी PDP अगले विधानसभा सत्र में तीन बिल लाने की तैयारी कर रही है। ये बिल जम्मू-कश्मीर के लोगों के आश्रय, नौकरियों और शराबबंदी से जुड़े हैं।
चिट्ठी में महबूबा ने क्या लिखा?
तमाम नेताओं को भेजी चिट्ठी में महबूबा मुफ्ती ने लिखा, 'ये बिल हमारे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने वाली समस्याओं को दूर करने की कोशिश हैं। मैं उम्मीद करती हूं कि हम इन मुद्दों पर एक साथ आगे बढ़ सकते हैं। हमारे राजनीतिक रास्ते अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन हमार लोगों के सामने आने वाली चुनौतियां साझा हैं, इसलिए उन्हें सुलझाने का संकल्प भी साझा होना चाहिए।'
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विधानसभा में PDP के सिर्फ 3 विधायक
जम्मू-कश्मीर में पिछले साल विधानसभा चुनाव हुए थे। 90 सीटों वाली विधानसभा में उमर अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस की सरकार है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 और कांग्रेस ने 6 सीटें जीती थीं। बीजेपी के पास 29 विधायक हैं। वहीं, महबूबा मुफ्ती की PDP सिर्फ 3 सीटें ही जीत सकी थी। महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा नेशनल कॉन्फ्रेंस के उम्मीदवार बशीर अहमद शाह वीरी से 9,770 वोटों से चुनाव हार गई थीं।