कर्नाटक में मचे राजनीतिक घमासान के बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक नया बयान दे दिया है। बीजेपी ने सोमवार को कहा कि सीएम सिद्धारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार दोनों अपनी-अपनी तरफ पार्टी के विधायकों को खींचने में लगे हुए हैं।
मीडिया में छपी खबर के मुताबिक केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दावा किया कि शिवकुमार और सिद्धारमैया दोनों पैसे और पावर का प्रयोग करके विधायकों को अपनी अपनी तरफ खींचने की कोशिश कर रहे हैं।
जोशी ने कहा, 'डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया खरीद फरोख्त में लगे हैं। सिद्धारमैया का कहना है कि उनके पास ज्यादा समर्थन है। वह पैसे और पावर का प्रयोग करके विधायकों के समर्थन को अपने पक्ष में करने में लगे हैं। हम चाहते हैं कि वे पांच साल का कार्यकाल पूरा करें क्योंकि उनके पास पूर्ण बहुमत है।'
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BJP ने कांग्रेस पर साधा निशाना
आगे उन्होंने कहा, ‘बाजार में बिकने और खरीदने वाले तैयार हैं। मैं यह बात बिल्कुल स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमारे पास 9 सीटें कम थीं और हम एकमात्र सबसे बड़ी पार्टी थे। बहुमत हमारे पास था। अब उनके पास पूर्ण बहुमत है उन्हें बिना किसी परेशानी के सरकार चलानी चाहिए। कांग्रेस का हाईकमान कमजोर है, इसलिए जिसके पास विधायकों का समर्थन होगा, वह सीएम बनेगा। इसलिए डिप्टी सीएम शिवकुमार और सीएम सिद्धारमैया दोनों विधायकों का समर्थन प्राप्त करने में लगे हुए हैं।’
इससे पहले, कांग्रेस विधायक विजयानंद कशप्पनवर ने आरोप लगाया कि बीजेपी कर्नाटक में सरकार को गिराना चाहती है और सेंट्रल एजेंसियों के माध्यम से 55 विधायकों की लिस्ट बनाई है।
‘BJP दे रही धमकी’
कशवरप्पन ने कहा, ‘आप ईडी, सीबीआई के छापे जिस तरह से पड़ रहे हैं, उसे देख रहे हैं। यह क्यों हो रहा है? विधायकों को डर है कि अगर वे बीजेपी में शामिल नहीं होंगे तो उनके ऊपर भी छापे पड़ेंगे। मेरे सहित यह डर सभी विधायकों में हैं। वे कुछ भी करें मैं तैयार हूं।’
आगे उन्होंने कहा, ‘बीजेपी ने सीबाई से डराने के लिए 55 राज्यपालों की लिस्ट बनाई है। कांग्रेस विधायकों के घरों पर बीजेपी के एजेंट्स को भेजा गया है ताकि उन्हें यह कहकर डराया जा सके कि अगर वे बीजेपी नहीं ज्वाइन करेंगे तो उनके घर पर ईडी और सीबीआई की छापेमारी करवाई जाएगी। लेकिन मैं इन सब बातों से नहीं डरता हूं।’
सीएम पद को लेकर खींचतान
यह सब बातें तब सामने आ रही हैं जब यह बातें लगातार सामने आ रही हैं कि कर्नाटक में सीएम के पद को लेकर डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया में खींचतान चल रही है। हालांकि, कांग्रेस हाईकमान ने लगातार इस बात को मना किया है।
पार्टी के अंदर कुछ लोग फिर से डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं। यह मांग तब उठी है, जब कुछ ही दिन पहले कांग्रेस नेतृत्व ने साफ कहा था कि कर्नाटक में नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं होगा।
दो कांग्रेस विधायकों ने शिवकुमार का समर्थन किया है। वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री तनवीर सैत ने कहा कि पार्टी को नेतृत्व में बदलाव के लिए तैयार रहना चाहिए। इससे पहले, कांग्रेस विधायक एचए इकबाल हुसैन ने कहा था कि दो-तीन महीने में शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
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कांग्रेस हाईकमान ने किया खंडन
कांग्रेस हाईकमान ने इन अफवाहों को दबाने की कोशिश की है। खड़गे ने हाल ही में कहा कि नेतृत्व में बदलाव का कोई प्रस्ताव नहीं है और अगर कोई फैसला होगा, तो मीडिया को बताया जाएगा।
हालांकि, इनकार के बावजूद, पार्टी के अंदर समीक्षा की बातें चल रही हैं। कुछ मंत्रियों के कामकाज और भ्रष्टाचार की शिकायतों पर नजर रखी जा रही है, लेकिन न तो राज्य सरकार ने और न ही पार्टी नेतृत्व ने इसकी पुष्टि की है।