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महाराष्ट्र: विधानसभा में रमी खेलने वाले कृषि मंत्री को सौंपा खेल विभाग

महाराष्ट्र में NCP नेता माणिकराव कोकाटे को विधानसभा में रमी खेलने के बाद खेल मंत्रालय सौंप दिया गया है। अब दत्तात्रेय भरने कृषि मंत्री होंगे।

Manikrao Kokate, Maharashtra Minister

माणिकराव कोकाटे, महाराष्ट्र के मंत्री Photo Credit- सोशल मीडिया

महाराष्ट्र विधानसभा में रमी खेलने वाले कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे का विभाग बदल दिया गया है। उनसे कृषि मंत्रालय छीन कर अब उन्हें खेल मंत्री बना दिया गया है। वहीं, कृषि मंत्रालय अब NCP के ही दत्तात्रेय भरने संभालेंगे। इससे पहले उनके पास खेल मंत्रालय की जिम्मेदारी थी। दरअसल माणिकराव कोकाटे का विधानसभा में रमी खेलते वीडियो में वायरल हुआ था। इसे लेकर काफी बवाल मचा था।

 

साथ ही किसानों पर की टिप्पणी के बाद से ही वो लगातार विपक्ष के निशाने पर थे। उन पर लगातार इस्तीफे के लिए दबाव बनाया जा रहा था। हालांकि, NCP नेता ने रमी खेलने के आरोपों से इनकार किया था। पुणे में उन्होंने कहा था कि वह इस मुद्दे पर अब और नहीं बोलना चाहते। उन्होंने कहा था कि जांच रिपोर्ट आने के बाद ही वह अपनी टिप्पणी देंगे। वहीं, अपनी सफाई में कोकाटे ने यह भी कहा था कि उन्होंने रमी 10-15 सेकेंड के लिए ही खेला था। हालांकि, विधानसभा की जांच में ये सामने आया है कि कोकाटे ने 18 से 22 मिनट तक रमी खेला। 

 

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CM ने लिया एक्शन

माणिकराव कोकाटे के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही थी। हालांकि, उन पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ विभाग बदला गया। कोकाटे का विभाग बदलने का फैसला उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मुलाकात के बाद किया गया। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मिलकर मंत्रिमंडल में कोकटे के मंत्रालय में बदलाव करने की चर्चा राज्यपाल से की। उसके बाद कोकाटे को कृषि मंत्रालय से अलग कर खेल विभाग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई।

 

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किसानों को भिखारी बताया था

कृषि मंत्री रहते हुए माणिकराव कोकाटे ने किसानों को लेकर कई ऐसे बयान दिए जो विवादित रहे। इन्हें लेकर राज्य सरकार की काफी किरकिरी हुई और विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाकर फडणवीस सरकार पर जमकर निशाना साधा था। कोकाटे ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि किसान अपनी सब्सिडी का गलत इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने न सिर्फ किसानों को भिखारी कहा था बल्कि अपने मंत्री पद को बंजर जमीन का स्वामी बताया था। कोकाटे पहली बार विवादों में नहीं हैं। 1995 में उन्हें हाउसिंग फ्रॉड केस में दोषी पाया गया था। हालांकि बाद में फैसला पलट दिया गया।

 

 

 

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