इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से छेड़छाड़ के कांग्रेस के आरोपों का तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद अभिषेक बनर्जी ने ही अब खंडन कर दिया है। सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा कि अगर किसी के पास ईवीएम से छेड़छाड़ का कोई सबूत है तो उसे चुनाव आयोग को दिखाना चाहिए।
टीएमसी सांसद ने यह भी कहा कि ईवीएम पर सवाल उठाने वालो को चुनाव आयोग के पास जाकर इसका डेमो दिखाना चाहिए। बता दें कि बनर्जी की यह टिप्पणी जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री और इंडिया ब्लॉक के सदस्य उमर अब्दुल्ला द्वारा ईवीएम पर कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करने के एक दिन बाद आई है।
उमर अबदुल्ला के बाद अभिषेक बनर्जी का बयान
दरअसल, अबदुल्ला ने कहा था कि चुनाव हारने के बाद आप ईवीएम को दोष नहीं दे सकते। समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा था, 'आप जीतते समय चुनाव परिणाम स्वीकार नहीं कर सकते और हारते समय ईवीएम को दोष नहीं दे सकते। जब संसद के सौ से अधिक सदस्य एक ही ईवीएम का उपयोग करते हैं और आप इसे अपनी पार्टी की जीत के रूप में मनाते हैं, तो आप कुछ महीने बाद पलटकर यह नहीं कह सकते कि हमें ये ईवीएम पसंद नहीं हैं क्योंकि अब चुनाव परिणाम उस तरह से नहीं आ रहे हैं जैसा हम चाहते हैं।'
इस आरोप में कोई दम नहीं
अब्दुल्ला के बयानों को दोहराते हुए अभिषेक बनर्जी ने संसद के बाहर मीडिया से कहा, 'अगर ईवीएम रैंडमाइजेशन के समय काम ठीक से किया जाता है और बूथ पर काम करने वाले लोग मॉक पोल और काउंटिंग के दौरान जांच करते हैं, तो मुझे नहीं लगता कि इस आरोप में कोई दम है। उन्होंने आगे कहा कि 'अगर फिर भी किसी को लगता है कि ईवीएम हैक हो सकती है, तो उन्हें चुनाव आयोग से मिलना चाहिए और बताना चाहिए कि ईवीएम को कैसे हैक किया जा सकता है। सिर्फ़ बेतरतीब बयान देने से कुछ नहीं हो सकता।'
विपक्षी ब्लॉक का नेतृत्व करेंगी ममता?
जब बनर्जी से पूछा गया कि कुछ इंडिया ब्लॉक नेताओं ने सुझाव दिया है कि ममता बनर्जी को विपक्षी ब्लॉक का नेतृत्व करना चाहिए, तो इसके जवाब में अभिषेक ने कहा, 'इंडिया ब्लॉक के लोग बैठकर इस मामले पर चर्चा करेंगे। टीएमसी सांसद ने कहा कि ममता सबसे वरिष्ठ हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर यह उनका तीसरा कार्यकाल है और वह पहले भी केंद्रीय मंत्री रह चुकी हैं। इसलिए इस बारे में विस्तृत चर्चा होनी चाहिए।' उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी को छोटा नहीं समझा जाना चाहिए। टीएमसी इंडिया ब्लॉक में एकमात्र पार्टी है जिसने भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस को भी हराया है। यह उसकी ताकत को दर्शाता है। टीएमसी एकमात्र ऐसी पार्टी है जहां लोग भाजपा से आते हैं।'