तमिलनाडु में कथित रूप से एक हजार करोड़ के शराब घोटाला का विरोध करने के आरोप में पुलिस ने सोमवार को अन्नामलाई को गिरफ्तार कर लिया। अन्नामलाई के साथ साथ पार्टी के अन्य नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया है।
पार्टी ने इससे पहले TASMAC के हेडक्वॉर्टर पर चेन्नई मेंं राज्य-व्यापी विरोध प्रदर्शन किया था। हिरासत में लिए जाने के बाद अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके सरकार समझती है कि वह पुलिस का प्रयोग करके शराब घोटाले की सच्चाई को दबा लेगी लेकिन ऐसा नहीं होगा।
यह भी पढ़ें- औरंगजेब की कब्र का बाबरी जैसा हश्र करने की धमकी, महाराष्ट्र में अलर्ट
‘हजार करोड़ से ज्यादा का घोटाला’
अन्नामलाई ने यह भी आरोप लगाया कि डीएमके सरकार और एमके स्टालिन इसलिए रुपये के सिंबल की बात बार-बार इसलिए कर रहे हैं ताकि ईडी की छापेमारी से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके।
अन्नामलाई ने आरोप लगाया कि TASMAC में वैसे तो ईडी ने 1000 करोड़ की अनियमितता होने का आरोप लगाया है लेकिन इसमें 40 हजार करोड़ का घोटाला हुआ है।
क्या है शराब घोटाला
तमिलनाडु में ईडी ने तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन (टैसमैक) के ऊपर एक हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है. पिछले हफ्ते गुरुवार को ईडी ने टैसमैक के कर्मचारियों, डिस्टिलरी के कॉर्पोरेट कार्यालयों और प्रोडक्शन प्लांट पर छापेमारी के बाद कहा कि तमिलनाडु में सरकारी शराब कॉर्पोरेशन टैसमैक के संचालन में कई तरह की अनियमितताएं मिली हैं।
ईडी का आरोप था कि इसमें निविदा प्रक्रियाओं में हेराफेरी से लेकर डिस्टिलरी कंपनियों के जरिए एक हजार करोड़ रुपये के बेहिसाब नकद लेनदेन का मामला सामने आया है।
यह भी पढ़ें- इजरायल को धमकी, अमेरिका से टक्कर; कितना ताकतवर है हूती?
क्या कहती है डीएमके
वहीं डीएमके ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि यह आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। राज्य में आबकारी मंत्री सेंथिल बालाजी ने कहा कि टैसमेक पारदर्शी रूप से काम करती है और इन तरह के घोटाले के आरोपों का कोई भी आधार नहीं है।
डीएमके ने केंद्र सरकार पर केंद्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है लेकिन बीजेपी डीएमके सरकार पर लगातार भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अन्नामलाई 'टैसमैक घोटाले का दिल्ली शराब घोटाले से भी बड़ा' होने का दावा करते हैं।