महराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद किसे मिलने जा रहा है, यह सवाल सबके मन में है। शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) तीनों दलों की महायुति यह तय नहीं कर पाई है सीएम कौन होगा। सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस के नाम पर ही बीजेपी मुहर लगा रही है। उनके पोस्टर यही वजह है कि शहर भर में लहरा रहे हैं।
बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर ने कफ परेड इलाके में ताज प्रीसिडेंट होटल के बाहर एक बोर्ड लगाया है, जिसमें लिखा है, 'आपले देवा भाई मुख्यमंत्री।' मराठी में लिखे इस नारे काम मतलब है कि अपने देवेंद्र भाई मुख्यमंत्री हैं। इसी होटल में बीजेपी के सीनियर नेता और केंद्रीय वर्यवेक्षक ठहरे हुए हैं।
आज तय हो जाएगा सीएम का नाम
बीजेपी के विधायक दल की बैठक भी बुधवार को ही होने वाली है। विधान भवन में नेता का नाम तय हो जाएगा, जिसे महाराष्ट्र की सत्ता संभालनी है। सूत्रों के मुताबिक देवेंद्र फडणवीस ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री हो सकते हैं। बीजेपी में उनके नाम पर सहमति बन गई है। महायुति के नेताओं को उनके नाम पर आपत्ति नहीं है।
क्या होगा अगर सीएम का नाम तय हुआ
बैठक में जो भी विधायक दल का नेता चुना जाएगा, नई सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल से मुलाकात करेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी बीजेपी के विधायक दल की बैठक के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त हुए हैं। अब दोनों नेता विधायकों के साथ बातचीत करेंगे और मुख्यमंत्री तय कर लिया जाएगा। अगर सर्वसम्मति बनती है तो सिर्फ एक नाम ही चुना जाएगा।
सरकार बनाने में देरी क्यों हुई?
महाराष्ट्र में 23 नवंबर को नतीजे आए। 10 दिनों से ज्यादा बीत गए अभी यह तय नहीं हो पाया कि सीएम कौन होगा। बीजेपी ने 288 विधानसभा सीटों में से 132 पर जीत हासिल की, यह बीजेपी का अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन है। जाहिर है कि सीएम पद की दावेदारी भी बीजेपी ने मजबूती से रखी। शिवसेना के पास 57 और एनसीपी के पास 41 विधायक हैं। महायुति गठबंधन के पास 235 सीटें हैं, ऐसे अप्रत्याशित नतीजों के बाद भी सरकार न बनने को लेकर विपक्ष ने यही कहा कि अनबन की वजह से सरकार नहीं बन पा रही है।

एकनाथ शिंदे से मिले देवेंद्र फडणवीस और सील हुई डील!
मगंलवार को ही देवेंद्र फडणवीस और कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मुलाकात, सीएम के आधिकारिक आवास वर्षा में हुई। दिल्ली में मुलाकात के बाद यह पहली व्यक्तिगत मुलाकात है। दोनों के बीच करीब एक घंटे तक बातचीत हुई। सूत्रों का कहना है कि बीजेपी ने शिंदे की नाराजगी दूर करने के लिए देवेंद्र फडणवीस को व्यक्तिगत तौर पर भेजा है।
शिवसेना से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एकनाथ शिंदे की ओर से गृह और वित्त मंत्रालय मांगा जा रहा है, जिसके लिए बीजेपी तैयार नहीं है। बीजेपी गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाह रही है और एनसीपी वित्त मंत्रालय। बीजेपी की ओर से कहा जा चुका है कि 5 दिसंबर को शपथ ग्रहण होगा, इसमें बीजेपी के दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे। दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा।
क्या है शपथ ग्रहण की तैयारियां?
अभी सीएम का नाम तय भले ही न हो पाया हो, आजाद मैदान तैयार हो रहा है। समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ करीब 2,000 खास मेहमान और 40,000 समर्थक शामिल होंगे। शपथ ग्रहण में कई मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री शामिल होंगे।