अक्षय तृतीया के दिन से उत्तराखंड चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। गंगोत्री, यमुनोत्री के दरबार खुलने के बाद अब उत्तराखंड में स्थित भगवान केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई सुबह 7 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। हर साल मंदिर का कपाट भारी बर्फबारी की वजह से सर्दियों में बंद कर दिया जाता है। बाद में जब गर्मी का मौसम दोबारा आता है तो मंदिर के दरबार को भक्तों के लिए खोल दिया जाता है। केदारनाथ धाम का कपाट खुलने से पहले ही मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई थी। मंत्रोच्चारण के साथ कपाट खुलते ही भगवान भोलेनाथ के जयकारे से पूरा धाम गूंज उठा। केदारनाथ धाम का कपाट खुलने के शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी वहां पहले से मौजूद थे। केदारनाथ धाम का कपाट खुलने के बाद अब 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट को खोला जाएगा।
केदारनाथ धाम का कपाट खुलने के अवसर पर केदारनाथ मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। मंदिर की सजावट में लगे फूल गुजरात और ऋषिकेश से मंगवाए गए हैं। हर साल की तरह इस साल भी परंपरागत तरीके से केदारनाथ धाम का कपाट खुलने से पहले, भगवान केदार की डोली ओंकारेश्वर मंदिर और ऊखीमठ से निकली थी। बाबा केदार की यह यात्रा गुप्तकाशी, फाटा और गौरीकुंड से होते हुए केदारनाथ धाम पहुंचती है। भगवान केदार की डोली यात्रा 27 अप्रैल से शुरू हुई थी और 1 मई को बाबा की डोली केदारनाथ धाम पहुंच गई थी। परंपरा के अनुसार, बाबा केदार की डोली, यात्रा के बाद जब दोबार केदारनाथ धाम पहुंचती है, उसके बाद ही केदारनाथ धाम का कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोला जाता है।
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क्या है कपाट खोलने की विधि?
भगवान केदार की डोली यात्रा पूरी होने के बाद केदारनाथ धाम को अच्छे तरीके से फूलों से सजाया जाता है, मंदिर प्रांगण में ढोल-नगाड़ों की गूंज के बीच भक्त 'जय बाबा केदार' के जयकारे लगाते हैं। मंदिर का कपाट खुलने से पहले विधिवत पूजन किया जाता है, उसके बाद मंदिर का कपाट खोला जाता है। कपाट खुलते ही सबसे पहले मंदिर के पुजारी मंदिर के अंदर जाते हैं और भगवान केदार का पूजन करते हैं, उसके बाद ही भक्तों को दर्शन की अनुमति दी जाती है। इस साल भी इसी परंपरा के साथ विधिगत केदारनाथ के कपाट खोले गए हैं। केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद भक्त अगल छह महीने तक भगवान केदार के दर्शन कर पाएंगे। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल अगर जून से अगस्त तक मौसम ठीक रहा तो 25 लाख से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचेंगे।
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कैसी है वहां की व्यवस्था?
केदारनाथ धाम में इस बार व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं। जैसे ही कपाट खुलने का समय हुआ, जिला प्रशासन ने पूरी घाटी को चौकस कर दिया है। पुलिस वाले हर मोड़ पर तैनात है, मेडिकल टीम अलर्ट है, चढ़ाई के रास्तों में रिलीफ टीम की भी व्यवस्था की गई है। सफाई के लिए अलग से एक विभाग काम कर रहा है, मंदिर जाने के रास्ते से लेकर मंदिर परिसर तक के रास्ते को चमकाया जा रहा है। उत्तराखंड सरकार ने और लोकल टीम ने इस बार श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर और पैदल रास्तों की अच्छी साफ-सफाई और व्यवस्था की है।
कपाट खुलने के साथ मंदिर के अंदर सबसे पहले कर्नाटक के वीरशैव लिंगायत समुदाय के मुख्य रावल भीमशंकर पहुंचे। पहले ही दिन लगभग 10 हजार लोग केदारनाथ धाम में मौजूद रहे। अब अगले 6 महीने तक केदारनाथ धाम में दर्शन चालू रहेगा। अगर मौसम साफ रहा तो इस बार लगभग 25 लाख लोग केदारनाथ धाम में दर्शन करने आ सकते हैं।