भारत में हनुमान जी के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। हिंदू धर्म में हनुमान जी को बल और बुद्धि के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी उपासना करने से व्यक्ति को सुख-समृद्धि की प्राप्ति है। रामायण कथा में भी हनुमान जी के बल, बुद्धि और श्री राम के प्रति आस्था को विस्तार से बताया गया है। बता दें कि भारत में उत्तर से दक्षिण तक कई ऐसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर हैं, जो रामायण की घटनाओं से जुड़े हुए हैं। इन मंदिरों से जुड़ी पौराणिक कथाएं भी बहुत प्रचलित। आइए, ऐसे 10 प्रमुख मंदिर और उनसे संबंधित कथाओं के बारे में जानते हैं।
हनुमान मंदिर, कैथल (हरियाणा)
हरियाणा के कैथल शहर का प्राचीन नाम 'कपिस्थल' था, जिसका अर्थ है 'वानरों का स्थान'। यहां की मान्यता है कि हनुमान जी के पिता केसरी का राज्य यही था और हनुमान जी का जन्म भी यहीं हुआ था।
हनुमानगढ़ी, अयोध्या (उत्तर प्रदेश)
अयोध्या में स्थित यह मंदिर भगवान राम की नगरी में हनुमान जी की उपस्थिति को दर्शाता है। मान्यता है कि रामायण काल में हनुमान जी ने यहीं पर अयोध्या की रक्षा के लिए निवास किया था। यह मंदिर अयोध्या के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।
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लेटे हुए हनुमान मंदिर, प्रयागराज (उत्तर प्रदेश)
प्रयागराज में स्थित यह मंदिर हनुमान जी की 20 फीट लंबी लेटी हुई प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि लंका विजय के बाद जब हनुमान जी अयोध्या लौटे, तो उन्होंने यहां विश्राम किया था।
संकट मोचन मंदिर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
वाराणसी में स्थित यह मंदिर गोस्वामी तुलसीदास द्वारा स्थापित किया गया था। कहा जाता है कि तुलसीदास जी को यहीं पर हनुमान जी के दर्शन हुए थे, जिसके बाद उन्होंने रामचरितमानस की रचना की।
हनुमान मंदिर, डांग (गुजरात)
गुजरात के नवसारी जिले के डांग क्षेत्र में स्थित अंजना पर्वत को भी हनुमान जी की जन्मस्थली माना जाता है। यह क्षेत्र प्राचीन दंडकारण्य का हिस्सा माना जाता है, जहां भगवान राम ने अपने वनवास का समय बिताया था।
हनुमान मंदिर, त्र्यंबकेश्वर (महाराष्ट्र)
त्र्यंबकेश्वर के निकट अंजनेरी पर्वत पर स्थित यह मंदिर भी हनुमान जी की जन्मस्थली के रूप में प्रसिद्ध है। यहां माता अंजनी का मंदिर भी है, जहां भक्तगण पूजा-अर्चना करते हैं।
हनुमान मंदिर, झारखंड
झारखंड के गुमला जिले में स्थित आंजन गांव को भी हनुमान जी की जन्मस्थली माना जाता है। कहा जाता है कि यहां स्थित एक गुफा में माता अंजनी ने तपस्या की थी और यहीं हनुमान जी का जन्म हुआ था।
हनुमान मंदिर, हंपी (कर्नाटक)
हंपी में स्थित यह मंदिर अंजनाद्रि पर्वत पर है, जिसे भी हनुमान जी की जन्मस्थली माना जाता है। यह स्थान रामायण में वर्णित किष्किंधा नगरी के निकट है, जहां हनुमान जी और श्रीराम की भेंट हुई थी।
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पंचमुखी हनुमान मंदिर, चेन्नई (तमिलनाडु)
चेन्नई में स्थित यह मंदिर हनुमान जी के पंचमुखी रूप को समर्पित है। रामायण की एक कथा के अनुसार, पाताल लोक में अहिरावण का वध करने के लिए हनुमान जी ने पंचमुखी रूप धारण किया था।
हनुमान मंदिर, रामेश्वरम (तमिलनाडु)
रामेश्वरम में स्थित यह मंदिर उस स्थान के निकट है जहां से हनुमान जी ने लंका की ओर छलांग लगाई थी। यह मंदिर रामसेतु के निर्माण और सीता माता की खोज से जुड़ी घटनाओं को स्मरण कराता है।
Disclaimer- यहां दी गई सभी जानकारी सामाजिक और धार्मिक आस्थाओं पर आधारित हैं।