मंगलवार के दिन हनुमान मंदिर में तो शनिवार के दिन शनिदेव के मंदिर में आपने भी भक्तों की लंबी कतारें देखी होंगी लेकिन कभी सोचा है कि इन दो दिनों में क्या खास है। मंगलवार को हनुमान जी के मंदिर में ज्यादा तादाद में भक्त क्यों आने लगते हैं? सप्ताह के सातों दिनों के नाम भी देवताओं के नाम पर रखे गए हैं? हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग भगवानों को समर्पित हैं। अलग-अलग दिन अलग-अलग देवता की पूजा की जाती है। हिंदू धर्म में ऐसा माना जाता है कि किसी भी देवता की पूजा किसी विशेष दिन करने से वह खुश होते हैं।
सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। मंगलवार के दिन हनुमान जी को पूजा जाता है। इसी तरह सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग भगवान की पूजा की जाती है। हर दिन अलग-अलग मंत्र, कथाएं और शास्त्र पढ़े जाते हैं। सप्ताह के सातों दिन भी ग्रहों और देवताओं के नाम पर हैं। ऐसे में सवाल आता है कि आखिर किस प्रकार से सप्ताह के सातों दिनों का नामकरण हुआ।
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देवताओं के नाम पर क्यों सप्ताह के दिन?
हिंदू धर्म के धार्मिक ग्रंथों में ब्रह्मांड के नौ ग्रहों सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि और राहु-केतु के बारे में विस्तार से बताया गया है। माना जाता है कि इन्हीं नौ ग्रहों के नाम से सप्ताह के सातों दिनों का नामकरण हुआ है। सूर्य के नाम पर रविवार, चंद्रमा के नाम पर सोमवार, मंगल के नाम पर मंगलवार, बुध के नाम पर बुधवार, बृहस्पति के नाम पर गुरुवार, शुक्र के नाम पर शुक्रवार और शनि के नाम पर शनिवार। राहु और केतु को मंगल और शनि का छायाग्रह माना जाता है। इसलिए इन्हें मंगल और शनि के साथ ही जोड़ा जाता है।
किस दिन किस देवता की पूजा होती है?
सोमवार- मानसिक शांति के लिए सोमवार के दिन चंद्रदेव और भगवान शिव की आराधना करना शुभ माना गया है। सोमवार के दिन भगवान शिव के मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल चढ़ाने की मान्यता है। भगवान शिव को ऐसे देवता के रूप में जाना जाता है जो लोगों को अच्छे स्वास्थ्य, मानसिक स्थिरता और नकारात्मक विचारों से मुक्ति का आशीर्वाद देते हैं। इसलिए लोग जीवन में स्थिरता, अच्छे चरित्र और मन की शांति के लिए उनकी पूजा करते हैं।
मंगलवार- यह दिन हनुमान जी और मां दुर्गा को समर्पित है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा शुभ मानी जाती है वहीं कुछ जगहों पर इस दिन मां दुर्गा की पूजा भी की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि मंगलवार को भगवान हनुमान की पूजा करने से जीवन से भय, बाधाएं और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
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बुधवार- बुधवार को विघ्नहर्ता कहे जाने वाले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। भगवान गणेश ज्ञान और बुद्धि के देवता हैं, और जब भी कोई नया काम शुरू होता है या कोई सकारात्मक घटना घटती है, तो सबसे पहले उनकी पूजा की जाती है।
गुरुवार- इस दिन को ब्रह्मांड के पालनहार भगवान विष्णु का दिन माना जाता है। भगवान विष्णु की पूजा भगवान कृष्ण के रूप में भी की जाती है। लोग भगवान कृष्ण के मंत्र, विष्णु सहस्रनाम का जाप करते हैं और देवताओं को प्रसन्न करने के लिए पीले रंग के कपड़े भी पहनते हैं।
शुक्रवार- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्रवार का दिन शुक्रदेव और देवी लक्ष्मी को समर्पित होता है। शुक्रवार के दिन लक्ष्मी पूजन से जीवन में कभी भी सुख-सुविधा की कमी नहीं रहती।
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शनिवार- शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने और कुंडली से शनि दोष को खत्म करने के लिए शनिदेव की पूजा का महत्व होता है।
रविवार- इस दिन सूर्यदेव की पूजा का विशेष महत्तव है। ऐसा माना जाता है कि सूर्यदेव लोगों के जीवन में उत्तम स्वास्थ्य, ऊर्जा और शक्ति लाते हैं, और ऐसा कहा जाता है कि हर रोज सूर्यदेव को जल अर्पित करने से जीवन में अनुशासन और नियंत्रण प्राप्त होता है।