बांग्लादेश के दिग्गज सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल ने 10 जनवरी को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उन्होंने फेसबुक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। तमिम ने दूसरी बार रिटायरमेंट ली है। इससे पहले उन्होंने जुलाई 2023 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हालांकि बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के कहने पर उन्होंने 24 घंटे के अंदर अपना फैसला वापस ले लिया था। संन्यास से वापसी के बाद तमीम ने बांग्लादेश के लिए दो वनडे मैच खेले। आखिरी बार बांग्लादेश की जर्सी में वह सितंबर 2024 में दिखे थे।
तमीम से बांग्लादेशी टीम मैनेजमेंट ने चैंपियंस ट्रॉफी खेलने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने स्क्वॉड के ऐलान से पहले ही रिटायरमेंट ले ली। तमीम ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि कप्तान नजमुल हुसैन शान्टो ने मुझसे वापसी के लिए अनुरोध किया था। सेलेक्शन कमिटी से भी मेरी बातचीत हुई। मैं शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने अभी भी मुझमें क्षमता देखी लेकिन मैंने दिल की सुनी।
यह भी पढ़ें: बचपन में छूटा पिता का साथ, तंगहाली में बना स्विंग का सुल्तान
बांग्लादेश के महान क्रिकेटर्स में से एक
तमीम इकबाल, मुशफिकुर रहीम (15,300) के बाद बांग्लादेश के लिए दूसरे सबसे ज्यादा रन (15,192) बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने 70 टेस्ट मैचों में 5134 रन बनाए, जिसमें 10 शतक और 31 अर्धशतक शामिल रहे। वनडे में तमीम के नाम पर 243 मैचों में 8357 रन दर्ज हैं। वनडे में उनके बल्ले से 14 शतक और 56 अर्धशतक निकले। उन्होंने 78टी20I
मुकाबलों में 1758 रन बनाए। वह टी20I में शतक जड़ने वाले बांग्लादेश के पहले बल्लेबाज हैं। इतना ही नहीं उनके नाम एक वेन्यू पर सबसे ज्यादा वनडे रन बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज है। तमीम ने शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में 87 वनडे मैचों में 2897 रन बटोरे।
बांग्लादेश के इस दिग्गज को संन्यास से वापस (जुलाई 2023) आने का फैसला हमेशा चुभेगा, क्योंकि उन्हें कुछ ही महीनों बाद भारत की मेजबानी में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप के लिए टीम में नहीं शामिल किया गया था। तमीम से पहले भी कई दिग्गज क्रिकेटर संन्यास से यू-टर्न ले चुके हैं। यहां कुछ मशहूर खिलाड़ियों के नाम दिए गए हैं:
इमरान खान
पाकिस्तान के महान ऑलराउंडर ने 1987 वर्ल्ड कप के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हालांकि तत्कालीन राष्ट्रपति जियाउल हक के कहने पर उन्होंने यू-टर्न लिया और 1992 में पाकिस्तान को वर्ल्ड चैंपियन बनाया।
जावेद मियांदाद
पाकिस्तान के सबसे धाकड़ बल्लेबाजों में से एक जावेंद मियांदाद ने 1994 में रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के कहने पर मियांदाद ने अपने फैसले पर विचार किया और इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर ली।
जवागल श्रीनाथ
भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने 2002 में टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट ले ली थी। माना जा रहा था कि वह अब वनडे में भी नहीं खेलेंगे। हालांकि तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली के मनाने पर वह टीम में वापस आए और 2003 वर्ल्ड कप में भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई की।
शाहिद अफरीदी
पाकिस्तान के दिग्गज ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी अपने रिटायरमेंट की वजह से चर्चा में रहे। अफरीदी ने अपने करियर में कई बार संन्यास लिया और यू-टर्न मारा।
अंबाती रायुडू
भारतीय बल्लेबाज अंबाती रायुडू अपनी तुनकमिजाजी के लिए सुर्खियों में बने रहे। रायुडू ने 2019 वनडे वर्ल्ड कप टीम में नहीं चुने जाने के बाद क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। कुछ दिनों बाद रायुडू ने अपना मन बदल लिया और घरेलू क्रिकेट में वापसी की।