श्रीलंका को अपनी कप्तानी में साउथ अफ्रीकी जमीन पर टेस्ट सीरीज जिताने वाले दिमुथ करणारत्ने ने रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया है। 36 साल के इस बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 फरवरी से गॉल में होने वाला दूसरा टेस्ट मेरे करियर का आखिरी होगा। करुणारत्ने का यह 100वां टेस्ट भी होगा। उन्होंने गॉल में ही अपना टेस्ट डेब्यू किया था।
करुणारत्ने टेस्ट स्पेशलिस्ट हैं। ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद श्रीलंकाई टीम को मई 2026 तक सिर्फ दो ही टेस्ट खेलने हैं। ऐसे में करुणारत्ने ने संन्यास लेने का फैसला कर लिया है। दूसरी ओर लंबे समय से उनका बल्ला भी खामोश था। 2024 की शुरुआत से वह 27.05 की औसत से ही रन बना पाए हैं।
करुणारत्ने को रहेगा इस बात का मलाल
दिमुथ करुणारत्ने ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, 'यह रिटायरमेंट का सही समय है, तीन या चार युवा खिलाड़ी हैं अगले डब्ल्यूटीसी साइकल के लिए टीम में आ सकते हैं। मैच गॉल में ही है, जहां मैंने डेब्यू किया था। इसलिए यहीं फिनिश करना अच्छा रहेगा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट खत्म होने के बाद मैंने SLC को बता दिया था कि अगले टेस्ट के बाद मैं संन्यास ले लूंगा।'
करुणारत्ने ने अब तक 99 टेस्ट मैचों में 39.40 की औसत से 7172 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 16 शतक और 39 अर्धशतक निकले हैं। करुणारत्ने ने कहा कि बतौर ओपनिंग बल्लेबाज 100 टेस्ट खेलना कठिन बात है। मुझे एक ही बात का मलाल रहेगा कि मैं 10,000 रन नहीं पूरे कर पाया। उन्होंने कहा कि 2017, 2018 और 2019 में मैं जिस तरह की बल्लेबाजी कर रहा था, मुझे लगता था कि मैं उस जादुई आंकड़े तक पहुंच सकता हूं लेकिन फिर कोरोना महामारी आ गई। इसके बाद से श्रीलंका ने उतना टेस्ट नहीं खेला।
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दिमुथ करुणारत्ने ने 30 टेस्ट मैचों में श्रीलंका की कप्तानी की। उन्हें 2019 की शुरुआत में टीम की कमान दी गई थी। करुणारत्ने ने उस साल वनडे वर्ल्ड कप में भी श्रीलंकाई टीम की अगुवाई की। करुणारत्ने ने 50 वनडे मैच में 1316 रन बनाए हैं। उन्हें कभी टी20 इंटरनेशनल खेलने का मौका नहीं मिला।