logo

ट्रेंडिंग:

कोनेरू हम्पी-दिव्या देशमुख के बीच फाइनल, कौन बनेगा शतरंज का चैंपियन?

भारत का पहली बार FIDE महिला वर्ल्ड कप जीतना तय हो गया है। फाइनल में भारत की दो खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख आमने-सामने हैं।

Divya Deshmukh Koneru Humpy

दिव्या देशमुख और कोनेरू हम्पी। (Photo Credit: Anna Shtourman/FIDE)

भारतीय शतरंज के स्वर्णिम इतिहास में नया अध्याय जुड़ने वाला है। भारत का पहली बार FIDE महिला वर्ल्ड कप खिताब जीतने का सपना पूरा होना तय हो गया है। जॉर्जिया के बाटुमी में खेले जा रहे महिला शतरंज वर्ल्ड कप के फाइनल में भारत की दो खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख ने जगह बना ली हैअब ये दोनों खिलाड़ी 26 और 27 जुलाई को खिताब के लिए आमने-सामने होंगी।

 

कोनेरू हम्पी ने गुरुवार (24 जुलाई) को सेमीफाइनल में चीन की टिंगजी लेई को टाई-ब्रेकर में हराकर फाइनल में जगह बनाई। वहीं 19 साल की दिव्या देशमुख ने एक दिन पहले पूर्व वर्ल्ड चैंपियन चीन की टैन झोंगई को 1.5-0.5 से हराकर खिताबी मुकाबले का टिकट कटाया था। इन दोनों भारतीय स्टार्स ने फाइनल में जगह पक्की करने के साथ ही अगले साल होने वाले महिला कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है।

 

यह भी पढ़ें: WWE लीजेंड हल्क होगन का निधन, दिल का दौरा पड़ने से गई जान

टाई-ब्रेकर में कोनेरू हम्पी की बेहतरीन वापसी

कोनेरू हम्पी ने चीनी खिलाड़ी के खिलाफ टाई-ब्रेकर में पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए जीत हासिल की। नॉर्मल कंट्रोल टाइम कंट्रोल में पहली दो बाजी ड्रॉ होने के बाद हम्पी को टाई-ब्रेकर में भी 1-1 से ड्रॉ के साथ संतोष करना पड़ा। इसमें दोनों खिलाड़ियों के लिए 15-15 मिनट की दो बाजी अतिरिक्त समय के साथ थी। अगली दो टाई-ब्रेक बाजी 10-10 मिनट की थी। लेई ने पहली बाजी जीतकर बढ़त बनाई लेकिन हम्पी ने मुश्किल स्थिति में होने के बावजूद दूसरी बाजी जीतकर मुकाबला फिर बराबर कर दिया।

 

टाई-ब्रेक के तीसरे सेट यानी ब्लिट्ज राउंड में हम्पी ने पहली बाजी में सफेद मोहरों से शुरुआत की और लेई को कोई मौका नहीं देते हुए जीत दर्ज की। ब्लिट्ज राउंड में पहली बाजी जीतने के बाद फाइनल में पहुंचने के लिए हम्पी को बस एक ड्रॉ की जरूरत थी और उन्होंने जीत हासिल करके खिताबी मुकाबले में जगह बना ली।

 

यह भी पढ़ें: खेल को लेकर सरकार का नया बिल क्या है? BCCI पर क्या होगा असर? समझिए

 

नारी शक्ति का सशक्त प्रदर्शन

कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख के फाइनल में पहुंचने पर ऑल इंडिया चेस फेडरेशन के अध्यक्ष नितिन नारंग ने इसे नारी शक्ति का सशक्त प्रदर्शन कहा। उन्होंने 'X' पर लिखा, 'भारतीय शतरंज की क्वीन्स कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख ने महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुचने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया है। नारी शक्ति का यह एक सशक्त प्रदर्शन है और भारतीय शतरंज के लिए दोहरी खुशी की बात है। यह असाधारण उपलब्धि है और देश के लिए गौरव का क्षण है। हम्पी और दिव्या आप दोनों को बहुत बधाई।'

शेयर करें

संबंधित खबरें

Reporter

और पढ़ें

हमारे बारे में

श्रेणियाँ

Copyright ©️ TIF MULTIMEDIA PRIVATE LIMITED | All Rights Reserved | Developed By TIF Technologies

CONTACT US | PRIVACY POLICY | TERMS OF USE | Sitemap