भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने युवा कप्तान शुभमन गिल की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने इंग्लैंड में कप्तान के रूप में अपनी सबसे कठिन परीक्षा पास कर ली है और किसी ने भी उन्हें टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट में कप्तान नियुक्त करके कोई एहसान नहीं किया है। भारत ने शुभमन की कप्तानी में इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैच की सीरीज 2-2 से बराबर कराई थी, जबकि अब उसने वेस्टइंडीज का सूपड़ा साफ किया। शुभमन को अब रोहित शर्मा की जगह वनडे टीम का कप्तान भी बनाया गया है जिसकी शुरुआत ऑस्ट्रेलिया दौरे से होगी।
 
गंभीर से जब पूछा गया कि वह हेड कोच के रूप में नए कप्तान को कैसे संभालते हैं, उन्होंने कहा, 'उन्हें अपना स्वाभाविक दृष्टिकोण बनाए रखने की इजाजत देकर। मुझे लगता है कि उन्हें टेस्ट या वनडे कप्तान बनाकर किसी ने उन पर कोई एहसान नहीं किया है। मेरा मानना है कि वह इसके हकदार हैं।'
 
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शुभमन ने की है कड़ी मेहनत - गंभीर
गंभीर ने आगे कहा, 'मेरा मानना है कि उन्होंने कड़ी मेहनत की है। कप्तान के रूप में इंग्लैंड दौरे में वह पहले ही सबसे कठिन परीक्षा पास कर चुके हैं। इंग्लैंड का दौरा काफी कठिन था क्योंकि हमारा मुकाबला विदेशी परिस्थितियों में एक मजबूत टीम से था। शुभमन ने आगे बढ़कर नेतृत्व किया और खिलाड़ियों के बीच अपने लिए सम्मान अर्जित किया।' गंभीर फिलहाल प्रेजेंट में रहने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और इस बात को लेकर चिंतित नहीं हैं कि भारत 2027 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगा या नहीं। 
 
उन्होंने कहा, 'मैं अभी इतने आगे के बारे में नहीं सोच रहा हूं कि 2027 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में क्या होगा। मैं वर्तमान में बने रहना चाहता हूं। हमारे लिए हर एक सीरीज में जीत दर्ज करना महत्वपूर्ण है। हमारा शेड्यूल काफी व्यस्त है और उम्मीद है कि आगे भी हम इसी तरह का परिणाम हासिल करेंगे।'
 
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रणजी ट्रॉफी खेलने की दी सलाह
गौतम गंभीर चाहते हैं कि टेस्ट स्पेशलिस्ट खिलाड़ी बेंगलुरु स्थित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) में स्किल विशेष अभ्यास की जगह आगामी साउथ अफ्रीका सीरीज से पहले मैच अभ्यास के लिए अपने-अपने राज्यों के लिए रणजी ट्रॉफी खेलें। गंभीर ने कहा कि भारतीय टीम का शेड्यूल काफी व्यस्त है, क्योंकि भारत की टी20 टीम 9 नवंबर को ब्रिसबेन में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी मैच खेलेगी और साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट 14 नवंबर को कोलकाता में शुरू होगा।
 
गंभीर ने अपना तर्क समझाते हुए कहा, 'कभी-कभी यह मुश्किल होता है लेकिन प्रोफेशनलिज्म इसी को कहते हैं। खिलाड़ियों को अपने दिनों का बेस्ट तरीके से इस्तेमाल करने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि हम जानते हैं कि यहां से वनडे क्रिकेट, फिर टी20 क्रिकेट और चार दिन बाद फिर टेस्ट मैच खेलना काफी मुश्किल है। जो खिलाड़ी केवल टेस्ट क्रिकेट का हिस्सा हैं, मुझे लगता है कि उनके लिए तैयारी करना और घरेलू क्रिकेट खेलना बहुत, बहुत महत्वपूर्ण है। CoE में जाकर सिर्फ अपने स्किल पर काम करने के बजाय मुझे लगता है कि जितना ज्यादा वे टेस्ट मैचों के लिए खेलेंगे, वह टीम के लिए उतना ही फायदेमंद होगा।'
पंत खेल सकते हैं रणजी मैच
साई सुदर्शन, रवींद्र जडेजा, रिजर्व बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल और रिजर्व विकेटकीपर नारायण जगदीशन भारतीय टेस्ट टीम के ऐसे खिलाड़ी है जो ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जा रहे हैं। इन खिलाड़ियों के रणजी ट्रॉफी के कुछ मुकाबले खेलने की संभावना है। इसके साथ ही चोट से वापसी कर रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के भी दिल्ली के दूसरे रणजी मैच में खेलने की संभावना है।