बॉक्सिंग के बेताज बादशाह कहे जाने वाले पूर्व हैवीवेट चैंपियन जॉर्ज फोरमैन की मौत हो गई है। साल 1960 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले जॉर्ज फोरमैन अपने विरोधियों को चित करने में माहिर थे। 81 मैचों के करियर में उन्होंने करीब 76 मुकाबलों में जीत दर्ज की थी। उन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल भी हासिल किया था। वह अपने करियर में दो बार हेवीवेट चैंपियन भी रह चुके हैं। साल 1974 में उन्होंने दुनिया के नंबर वन बॉक्सर रहे मोहम्मद अली को चुनौती थी। यह उनकी पहली पेशेवर हार थी।
जॉर्ज ने पहली बार 1973 में वर्ल्ड लेबल पर जाकर मेडल जीता था। फिर 1994 में अपनी 45 वर्ष की उम्र में दोबारा विश्व स्तर पर दूसरा मेडल जीता था। यह जानकारी उनके परिवार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से शेयर किया है। जॉर्ज फोरमैन 76 साल के थे। शुक्रवार की रात को उनके परिवार ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर लिखा, 'हमारे दिल टूट गए हैं।' जार्ज न ही केवल बॉक्सिंग के अलावा अपनी जिंदादिली के लिए भी जाने जाते थे।
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परिवार ने दी जानकारी
जॉर्ज फोरमैन के निधन के बाद उनके परिवार ने पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है, जिसमें उन्होंने लिखा, 'हमें ये बताते हुए गहरा दुख हो रहा है कि प्रिय जॉर्ज एडवर्ड फोरमैन सीनियर अब हमारे बीच नहीं रहे। हम उनके निधन की घोषणा करते हैं। 21 मार्च, 2025 को वह हमें अलविदा कह गए। हमारे दिल टूट गए हैं। वह एक श्रद्धालु प्रचारक, समर्पित पति, प्यार करने वाले पिता, गर्वित दादा और परदादा थे। उनका जीवन अटूट विश्वास, विनम्रता और उद्देश्य से भरा हुआ था'
उनके उपलब्धियों की चर्चा करते हुए लिखा, 'उन्हें एक महान मानवतावादी, ओलंपियन और दो बार के हेवीवेट चैंपियन के तौर पर खूब सम्मान दिया जाता था। वे अनुशासन, दृढ़ संकल्प और अपनी विरासत की रक्षा करने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने अपने अच्छे नाम को बनाए रखने के लिए हमेशा संघर्ष किया।'
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मुक्केबाजी के अलावा इन चीजों से थे प्रसिद्ध
खेल की दुनिया में लोकप्रिय होने के अलावा, फोरमैन अपने 'जॉर्ज फोरमैन ग्रिल' के लिए भी मशहूर हुए थे, जिसे 1994 में लॉन्च किया गया था और लाखों लोगों ने इसे खरीदा। दुनिया भर में इसका लगभग 100 मिलियन से ज्यादा यूनिट बेची जा चुका है। जॉर्ज फोरमैन ग्रिल एक इनडोर ग्रिल है जिसे बिजली की मदद से खाना बनाने में यूज किया जाता है। इस मशीन को 'लीन मीन फैट-रिड्यूसिंग ग्रिलिंग मशीन' के नाम से भी जाना जाता है।