प्रो कबड्डी लीग (PKL) को नया चैंपियन मिल गया है। हरियाणा स्टीलर्स ने पीकेएल-11 का खिताब जीत लिया है। रविवार (29 दिसंबर) को पुणे में खेले गए फाइनल मुकाबले में हरियाणा ने तीन बार की चैंपियन पटना पाइरेट्स को 32-23 के अंतर से हराकर पहली बार चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया। हरियाणा ने पिछले सीजन भी फाइनल खेला था लेकिन वह पुनेरी पलटन से हार गई थी। इस बार कोच मनप्रीत सिंह के शेरों ने खिताबी मुकाबला जीतकर ही दम लिया।
शिवम और शादलू का धांसू प्रदर्शन
फाइनल को हरियाणा के डिफेंडर्स बनाम पटना के रेडर्स का मुकाबला कहा जा रहा थ। इस जंग में हरियाणा के डिफेंडर्स भारी पड़े। उन्होंने 11 के मुकाबले 16 अंक लिए। इस दौरान उन्होंने पटना के दोनों स्टार रेडर्स देवांक (3) और अयान (3) को पूरी तरह से रोके रखा। पटना की ओर से डिफेंडर गुरदीप ने सबसे ज्यादा 6 अंक लिए। हरियाणा के लिए शिवम पटारे (9) और मोहम्मदरेजा शादलू (7) ने रेडिंग और डिफेंस दोनों विभाग में कमाल का प्रदर्शन किया। राहुल सेतपाल (3) और जयदीप (2) ने भी उनका बखूब साथ दिया।
हरियाणा का दबदबा
पहले खिताब के लिए मैट पर उतरी हरियाणा ने बेहतरीन शुरुआत करते हुए पहले 10 मिनट में 7-5 की लीड बना ली थी। इस दौरान दोनों टीमें डिफेंस में 3-3 अंक के साथ बराबरी पर रहीं लेकिन देवांक और अयान के नहीं चलने की वजह से पटना रेडिंग में 4 के मुकाबले सिर्फ 2 ही अंक ले सकी। शिवम पटारे को नहीं रोक पाना भी उसे भारी पड़ता दिख रहा था।
ब्रेक के बाद देवांक ने शादलू को बाहर कर वापसी के संकेत दिए। इसके बाद अयान ने भी कमाल दिखाया और मल्टीप्वाइंट के साथ स्कोर बराबर कर दिया। हालांकि हरियाणा स्टीलर्स ने फिर से कमबैक किया और हाफटाइम तक 15-12 की लीड ले ली।
मनप्रीत सिंह का पूरा हुआ सपना
30 मिनट की समाप्ति तक हरियाणा की टीम 19-16 से आगे थी। इसके बाद उसने पटना को ऑलआउट करते हुए 26-17 की बड़ी लीड हासिल कर ली। यहां से पटना ने वापसी की कोशिश की लेकिन हरियाणा ने उसे कोई मौका नहीं दिया और ट्ऱॉफी पर कब्जा जमाया। डिफेंडर्स ने पटना के रेडर्स पर नकेल कसते हुए बतौर कोच मनप्रीत सिंह को चौथे प्रयास में पहला खिताब दिला दिया।