टेस्ट क्रिकेट में एक के बाद एक मिल रही हार के बाद भारतीय टीम पर सवाल उठने लगे हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ घर में मिली शर्मनाक हार के बाद टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहला टेस्ट जीत लिया था। इसके बाद ऐसा लगा कि सब कुछ बदल जाएगा लेकिन एक बार फिर हार का सिलसिला शुरू हो गया। पहले भारतीय टीम ने पिंक बॉल टेस्ट गंवाया और अब मेलबर्न टेस्ट में उसे करारी हार मिली है। कप्तान रोहित शर्मा समेत ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी हर किसी के निशाने पर हैं। भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज सुरिंदर खन्ना ने तो खिलाड़ियों को झूठा तक कह दिया है।
मेलबर्न टेस्ट के पांचवें दिन (30 दिसंबर) भारतीय टीम 340 रन के टारगेट का पीछा करते हुए महज 155 रन पर ढेर हो गई। टी-ब्रेक तक भारत का स्कोर 112/3 था। लेकिन इसके बाद आखिरी सेशन में टीम इंडिया ने 7 विकेट गंवा दिए और 184 रन से मुकाबला हार गई। इस सेशन के दौरान अंपायरों के फैसलों पर जमकर बवाल भी हुआ। पहले यशस्वी जायसवाल और फिर आकाश दीप के विकेट को लेकर टीवी अंपायर के फैसले पर सवाल उठे। सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज ने तो लाइव कॉमेंट्री के दौरान ही टीवी अंपायर पर भड़ास निकाली।
झूठे हो, साफ सुथरा क्रिकेट खेलो
हालांकि इन सबसे अलग पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरिंदर खन्ना ने इन विवादों को बेतुका करार दिया। साथ ही उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों को झूठा कहा। एक इंटरव्यू में सुरिंदर खन्ना ने यशस्वी के मामले पर कहा, 'उन्होंने चार एंगल से दिखाया कि गेंद ग्लव्स से लगी थी और विकेट के पीछे एलेक्स कैरी के पास जाते हुए इसकी स्पीड भी कम हो गई थी।'
भारत के लिए 10 ODI मैच खेले सुरिंदर खन्ना ने इसके बाद आकाश दीप के विकेट पर बात की और साफ सुथरा क्रिकेट खेलने की नसीदत दी। उन्होंने कहा, 'आकाश दीप भी जब कैच आउट हुए तो उन्होंने भी शिकायत की। झूठे लोग हैं ये। पहले आपको साफ क्रिकेट खेलना चाहिए और तभी आप जीतोगे। जब आपके हाथ में बैट होता है तो आपको ये कैसे पता नहीं चलता कि गेंद लगी है या नहीं? हमने बुरा क्रिकेट खेला और हम हारे। वो कैसी बैटिंग कर रहे थे?'
क्या है यशस्वी और आकाश दीप का विवाद?
यशस्वी जायसवाल के मामले में गेंद उनके ग्लव्स के काफी करीब से निकली थी। स्निको मीटर पर कोई हरकत नहीं होने के बावजूद टीवी अंपायर शरफुद्दौला ने उन्हें आउट करार दिया। शरफुद्दौला ने डिफ्लेक्शन के आधार पर मैदानी अंपायर के फैसले को पलटा। आकाश दीप के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। गेंद उनके बल्ले के पास से गुजरी तो स्निको पर कोई हलचल नहीं हुई। हालांकि पैड पर गेंद लगने से पहले स्निको जरूर हिला।