भारतीय टीम और फैंस की धड़कनें उस समय बढ़ गईं जब सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन (4 जनवरी) जसप्रीत बुमराह को अस्पताल ले जाया गया। इस मुकाबले में टीम इंडिया की कमान संभाल रहे बुमराह लंच के बाद एक ओवर डालने के बाद मैदान छोड़कर चले गए थे। इसके बाद उन्हें ट्रेनिंग किट में स्टेडियम से बाहर निकलता देखा गया। ये नजारा देख भारतीय फैंस टेंशन में आए गए। हर किसी को यह जानने का इंतजार था कि बुमराह को आखिर हुआ क्या है? दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद इसका खुलासा हो गया है। तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने बताया कि बुमराह की पीठ में दर्द उठा है और उन्हें स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया था।
बुमराह दूसरी पारी में बॉलिंग करेंगे या नहीं?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रसिद्ध कृष्णा ने कहा, 'उनकी पीठ में ऐंठन महसूस हुई। वह स्कैन के लिए गए थे।' प्रसिद्ध कृष्णा से जब पूछा गया कि क्या बुमराह दूसरी पारी में गेंदबाजी कर पाएंगे? इस पर उन्होंने कहा, 'मेडिकल टीम उन पर नजर बनाए हुए है। मेडिकल टीम से अपडेट आने के बाद ही हमें कुछ पता चल पाएगा।'
बुमराह के मामले में रिस्क नहीं ले सकता भारत
मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम जसप्रीत बुमराह की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया को टक्कर दे पा रही है। रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुके सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन यानी ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के दौरान भारत को बुमराह की सख्त जरूरत पड़ने वाली है। हालांकि बुमराह से आधी फिटनेस के साथ गेंदबाजी नहीं कराया जा सकता। ऐसा इसलिए क्योंकि अगले ही महीने चैंपियंस ट्रॉफी शुरू होने वाला है। ऐसे में बुमराह के मामले में रिस्क लेना भारी पड़ सकता है। बुमराह को पीठ में ऐंठन की पुरानी समस्या रही है। वह पीठ की चोट के कारण करीब साल भर तक मैदान से दूर रह चुके हैं।
सिडनी टेस्ट में कांटे की टक्कर
बुमराह की गैरमौजूदगी में मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और नीतीश कुमार रेड्डी की तिकड़ी ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 181 पर समेट दी। भारत ने अपनी पहली पारी में 185 रन बनाए थे। इस तरह से टीम इंडिया को 4 रन ही बढ़त हासिल हुई। ये लीड ज्यादा बड़ी तो नहीं थी लेकिन मनोवैज्ञानिक रूप से भारत की ऑस्ट्रेलिया पर जीत थी। हालांकि दूसरी पारी में भी भारतीय बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन जारी रहा। केवल ऋषभ पंत (61) ही चल पाए। दूसरे दिन स्टंप्स तक भारत का स्कोर 141/6 है। रवींद्र जडेजा (8) और वॉशिंगटन सुंदर (6) नाबाद बल्लेबाज हैं। सुंदर और जडेजा चाहेंगे कि ऑस्ट्रेलिया को कम से कम 200 के आस-पास का टारगेट दिया जाए।