21 साल के नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन (28 दिसंबर) शतक जड़कर भारत को संकट से उबारा था। नीतीश ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में शनिवार को जब शतक पूरा किया तो स्टैंड में मौजूद उनके पिता मुत्याला रेड्डी रोने लगे थे। इस युवा ऑलराउंडर को कठिन परिस्थितियों में सेंचुरी लगाते देख कई पूर्व क्रिकेटर्स भी इमोशनल नजर आए थे। महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कॉमेंट्री के दौरान नीतीश को स्टैंडिंग ओवेशन दिया।
बॉक्सिंग डे टेस्ट के चौथे दिन (29 दिसंबर) नीतीश के पिता मुत्याला रेड्डी ने सुनील गावस्कर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने गावस्कर के पैर छुए। पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने मुत्याला को गले लगाया। गावस्कर बेहद भावुक नजर आ रहे थे। वहां नीतीश की मां और बहन भी मौजूद थीं। उन्होंने भी गावस्कर के पैर छुए।
सुनील गावस्कर ने रेड्डी परिवार से मुलकात के दौरान कहा, 'हम जानते हैं कि उन्होंने कितना त्याग और संघर्ष किया है। आपकी वजह से मैं रो रहा हूं। आपके बलिदान के कारण भारत को हीरा मिला है, भारतीय क्रिकेट को हीरा मिला है।'
नीतीश को क्रिकेटर बनाने के लिए पिता ने छोड़ दी थी नौकरी
मुत्याला रेड्डी हिंदुस्तान जिंक में नौकरी करते थे। होमटाउन विशाखापट्टनम से उनका ट्रांसफर उदयपुर कर दिया गया। इससे विशाखापट्टनम में चल रही नीतीश की ट्रेनिंग प्रभावित हो सकती थी। ट्रांसफर के चलते बटे का क्रिकेट करियर पर असर नहीं पड़े, इसके लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी। इसके बाद मुत्याला को रिश्तेदारों ने खूब ताने दिए और इसे गलत कदम करार दिया। हालांकि नीतीश की मां ने उन्हें पूरा सपोर्ट किया। अब वो पूरी तरह से नीतीश की ट्रेनिंग पर फोकस करने लगे। मुत्याला ने बेटे को सफल क्रिकेटर बनाने के लिए दिन-रात एक कर दिए। MCG में जब नीतीश के बल्ले से शतक निकला तो दर्शक दीर्घा में खड़े मुत्याला को हर त्याग, भाग्य जैसा लगने लगा।