टीम इंडिया के युवा ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में शनिवार (28 दिसंबर) को वो कर दिखाया जो आज तक कोई दूसरा भारतीय क्रिकेटर नहीं कर पाया था। 21 साल के नीतीश ने आठवें नंबर पर आकर बेहतरीन शतकीय पारी खेली। उन्होंने 176 गेंद में नाबाद 105 रन बनाए और भारत को हार के खतरे से बाहर निकाला। नीतीश नंबर 8 या उससे नीचे बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने।
MCG में उमड़ा भावनाओं का सैलाब
बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन नीतीश कुमार रेड्डी उस समय क्रीज पर आए जब टीम इंडिया 191 रन पर 6 विकेट गंवाकर मुसीबत में फंसी हुई थी। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर 474 रन के जवाब में भारतीय टीम जल्दी सिटमती दिख रही थी और फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था। नीतीश ने बेहद दबाव और मुश्किल परिस्थितियों में शतक जड़कर अपनी टीम की लाज बचा ली। नीतीश के जज्बे को देख एमसीसीज में मौजूद 80 हजार से ज्यादा दर्शक नतमस्तक हो गए। उनके पिता मुत्याला रेड्डी तो फफक-फफक कर रोने लगे।
इसी दौरान ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर के लिए हिंदी कॉमेंट्री कर रहे भारतीय टीम के पूर्व कोच रवि शास्त्री भी इमोशनल हो गए। वह अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पाए और उनकी आंखों से आंसू टपकने लगे। रवि शास्त्री इतने भावुक हो गए कि बोलते हुए उनकी जुबान लड़खड़ा रही थी।
नीतीश ने चौका जड़कर पूरा किया शतक
नीतीश कुमार रेड्डी जब अपनी सेंचुरी की ओर बढ़ रहे थे, तभी अचानक लगातार दो विकेट गिर गए। अब तक उनका बखूबी साथ निभा रहे वॉशिंगटन सुंदर (50) ऑफ स्पिनर नाथन लॉयन की गेंद पर स्लिप में कैच दे बैठे। वहीं जसप्रीत बुमराह विकेट के पीछे लपके गए। एक पल के लिए लगा जैसे नीतीश दूसरे छोर पर ही रहकर शतक से चूक जाएंगे और भारतीय टीम पहले ही ऑलआउट हो जाएगी। हालांकि मोहम्मद सिराज उन्हें स्ट्राइक पर ले आए और इस उभरते सितारे ने चौका जड़कर अपनी सेंचुरी पूरी कर ली। बता दें कि नीतीश ने सुंदर के साथ मिलकर आठवें विकेट के लिए 127 रन की साझेदारी कर न सिर्फ फॉलोऑन के खतरे को टाला बल्कि भारत के सिर से हार के खतरे को भी कम किया। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने 9 विकेट के नुकसान पर 358 रन बना लिए हैं। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के स्कोर से भारत 116 रन पीछे है। नीतीश 105 और मोहम्मद सिराज 2 रन पर नाबाद लौटे।