भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज में अंपायरिंग लगातार सवालों के घेरे में है। पर्थ में केएल राहुल का मामला हो या मेलबर्न टेस्ट में यशस्वी जायसवाल को आउट दिए जाने का फैसला, दोनों ही मौकों पर पर्याप्त सबूत की कमी के बावजूद टीवी अंपायर ने फील्ड अंपायर के फैसले को पलट दिया। अब सिडनी टेस्ट के पहले दिन (3 जनवरी) ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर को भी कुछ इसी तरह से आउट दिया गया है। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और कॉमेंटेटर माइकल वॉन समेत कई दिग्गजों ने टीवी अंपायर के इस फैसले की आलोचना की है।
नॉट आउट थे सुंदर?
पूरा बवाल भारत की पारी के 66वें ओवर का है। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने इस ओवर की आखिरी गेंद छोटी डाली, जिसे सुंदर पुल करने के प्रयास में चूक गए। विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने गेंद को पकड़ा। जोरदार अपील हुई लेकिन ऑन-फील्ड अंपायर सैकत शरफुद्दौला ने उंगली खड़ी नहीं की। ऑस्ट्रेलिया ने इसके बाद रिव्यू की मांग की। रियल टाइम रिप्ले में सुंदर आउट नहीं लग रहे थे।
गेंद जब उनके ग्लव्स के करीब थी तब स्निको मीटर पर कोई हरकत नहीं दिखी। हालांकि दूसरे फ्रेम में स्निको पर जरूर कुछ हलचल हुई। टीवी अंपायर जोएल विल्सन के पास सुंदर को आउट देने के लिए पुख्ता सबूत नहीं थे। फिर भी उन्होंने फील्ड अंपायर के फैसले को पलट दिया। सुंदर ने विल्सन के इस फैसले पर हैरानी जताई।
विल्सन फैसलों पर बवाल
सिडनी टेस्ट के पहले सेशन में विराट कोहली को नॉट आउट दिए जाने पर ऑस्ट्रेलियाई खेमे ने आपत्ति जताई थी। मुकाबले की अपनी पहली ही गेंद पर कोहली बाल-बाल बचे थे। उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर गेंद दूसरी स्लिप में गई थी, जहां स्टीव स्मिथ ने दाहिनी ओर गिरते हुए जमीन के करीब से पकड़ हवा में उछाल दिया। इसके बाद मार्नस लाबुशेन ने कैच पूरा किया। ऑन-फील्ड अंपायर्स ने इस कैच को टीवी अंपायर जोएल विल्सन के पास रेफर किया। टीवी अंपायर ने कई बार रिप्ले देखने के बाद पाया कि स्मिथ के हवा में उछालने से पहले गेंद जमीन को छू रही थी। ऐसे में कोहली को नॉट आउट दिया गया। स्मिथ ने लंच ब्रेक के दौरान कहा कि कोहली शत प्रतिशत आउट थे।