न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज, ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाने के बाद अब भारतीय टीम इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज हारने की कगार पर है। 5 टेस्ट मैचों की सीरीज सीरीज में 1-2 से पिछड़ रही टीम इंडिया मैनचेस्टर में खेले जा रहे चौथे टेस्ट में बैकफुट पर है। इस मैच की अपनी पहली पारी में भारतीय टीम 358 रन पर ऑलआउट हो गई थी। इसके जवाब में इंग्लैंड ने तीसरे दिन (25 जुलाई) का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में 544 रन बना लिए हैं। मेजबान टीम के पास 186 रन की बढ़त हो गई है।
भारतीय गेंदबाज 135 ओवर डाल चुके हैं मगर वे 7 ही विकेट चटका पाए हैं। मैनचेस्टर टेस्ट में भारत के बुरे हाल के बाद टीम मैनेजमेंट की रणनीति पर सवाल उठ रहे हैं। खासकर हेड कोच गौतम गंभीर सवालों के घेरे में हैं। गंभीर के कोच बनने के बाद से टीम इंडिया बल्लेबाजी में गहराई के पीछे भाग रही है। टेस्ट क्रिकेट में मैच जीतने के लिए सबसे अहम 20 विकेट झटकना होता है। गंभीर भी इस बात पर जोर दे चुके हैं लेकिन टीम सेलेक्शन में इसकी झलक नहीं दिखती।
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20-30 रन के लालच से हो रहा नुकसान
ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान भारतीय टीम हर मुकाबले में अतिरिक्त ऑलराउंडर के साथ उतरी थी। हर्षित राणा को उनकी बल्लेबाजी क्षमता के कारण ही पहले दो मैचों में मौका मिला। वॉशिंगटन सुंदर भी 5 में से 3 मैच खेले। इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में भी टीम इंडिया रवींद्र जडेजा के अलावा एक अतिरिक्त बॉलिंग ऑलराउंडर के साथ उतर रही है, जिससे कुलदीप यादव जैसे अटैकिंग स्पिनर को बाहर बैठना पड़ रहा है।
चौथे टेस्ट मैच में कुलदीप को बाहर रखने के फैसले की सबसे ज्यादा आलोचना की जा रही है। इस मुकाबले में भारतीय टीम वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर के साथ उतरी है। पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने टीम मैनेजमेंट की इस रणनीति पर सवाल उठाए। नीतीश कुमार रेड्डी चोट के चलते सीरीज से बाहर हो गए तब कुलदीप को खिलाना मुश्किल काम नहीं था। मगर भारतीय टीम इस सोच के साथ उतर रही है कि नंबर-8 पोजिशन का प्लेयर कुछ रन जुटा पाए। 20-30 रन की रन की लालच में कुलदीप जैसे स्ट्राइक स्पिनर को बाहर रखने से टीम को ही नुकसान हो रहा है।
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संजय बांगड़ ने कुलदीप को लेकर कही ये बात
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के बैटिंग कोच रहे संजय बांगड़ भी कुलदीप को नहीं खिलाने के टीम मैनेजमेंट के फैसले से असहमत दिखे। जियोहॉटस्टार पर कॉमेंट्री के दौरान उन्होंने कहा कि पहले टेस्ट के बाद कुलदीप को हर मैच में उतारना चाहिए था। संजय बांगड़ ने ऐसा इसलिए कहा कि इंग्लैंड दौरे से पहले भारतीय टीम की बल्लेबाजी पर सवालिया निशान थे। लीड्स टेस्ट में 5 शतक जड़ने के बाद टीम इंडिया की बल्लेबाजी से जुड़ी चिंता खत्म हो गई थी। ऐसे में एक अतिरिक्त ऑलराउंडर की जगह कुलदीप को मौका दिया जा सकता था।