मैनचेस्टर में स्थित ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच अब निर्णायक मैच खेला जाएगा। मैच के चौथे दिन भारतीय टीम ने दूसरी पारी में 2 पर 174 रन बनाए। इसमें केएल राहुल 87 और शुभमन गिल 78 रन बनाकर नाबाद रहे। हालांकि, भारतीय टीम इंग्लैंड से अभी भी 137 रन पीछे है। भारत ने पहली पारी में 358 रन और इंग्लैंड ने 669 रन बनाए थे।
भारतीय टीम को पांचवें दिन यह मैच बचाने पर जोर देना होगा। इस मैच को लेकर एक नया अपडेट और अच्छी अच्छी खबर सामने आई है। जिसमें बताया गया है कि इंजरी के बावजूद भी ऋषभ पंत पांचवें दिन बालेबाजी के लिए मौजूद रहेंगे। इस बात की पुष्टि टीम के बैटिंग कोच सितांशु कोटक ने की है।
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ऋषभ पंत का होना टीम के लिए क्यों जरूरी?
अगर ऋषभ पंत बल्लेबाज़ी के लिए नहीं उतरते, तो टीम इंडिया एक महत्वपूर्ण बल्लेबाज खो देती। इंग्लैंड जैसे मजबूत विरोधी और मैनचेस्टर की चुनौतीपूर्ण पिच पर यह भारत के लिए काफी नुकसानदेह होता। ऐसे में पंत का मैदान पर मौजूद रहना टीम की बल्लेबाज़ी को गहराई और आत्मविश्वास दोनों देगा।
कैसे लगी थी पंत को चोट?
पहले दिन इंग्लैंड के तेज गेंदबाज़ क्रिस वोक्स की गेंद पर ऋषभ पंत ने रिवर्स स्वीप मारने की कोशिश की थी, लेकिन गेंद सीधा उनके दाहिने पैर पर लग गई। चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें वहीं रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने दूसरे दिन हिम्मत दिखाते हुए फिर से बल्लेबाज़ी की और 54 रन बनाए।
बाद में हुए मेडिकल स्कैन में पंत के पैर में फ्रैक्चर की पुष्टि हुई है, जिससे ये लगभग तय है कि वे 31 जुलाई से लंदन में शुरू होने वाले आखिरी टेस्ट मैच से बाहर रहेंगे। साथ ही उन्हें कम से कम छह हफ्ते क्रिकेट से दूर रहना पड़ सकता है।
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भारतीय पारी की मौजूदा स्थिति
दूसरी पारी में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। यशस्वी जायसवाल और डेब्यू कर रहे साई सुदर्शन बिना खाता खोले आउट हो गए। लेकिन इसके बाद कप्तान शुभमन गिल और अनुभवी केएल राहुल ने मोर्चा संभालते हुए टीम को संभाला। दोनों के बीच अब तक 174 रनों की अटूट साझेदारी हो चुकी है। ऐसे में अगर पंत भी पूरी तरह फिट होकर बल्लेबाज़ी करने उतरते हैं, तो भारत को मैच ड्रॉ कराने या जीत की उम्मीद मिल सकती है।