फ्रांस की राजधानी पेरिस में ओलंपिक 2024 का आयोजन किया गया। अब 2028 ओलंपिक यूनाइटेड स्टेट्स के लॉस एंजेलिस में खेला जाएगा। वहीं, 2032 ओलंपिक के लिए भी शहर का चयन किया जा चुका है। अब सवाल है कि 2036 ओलंपिक कहां खेला जाएगा? इसको लेकर अभी भी अटकलें बनी हुई हैं, क्योंकि भारत के अलावा कतर, सऊदी अरब और तुर्की भी मेजबानी करने के लिए कतार में बना हुआ है। इस बीच भारत ने 2036 में होने वाले ओलंपिक के आयोजन की दावेदारी पेश की है। इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने इस बारे में इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी की मेजबानी समिति को लेटर ऑफ इंटेंट यानी मंशा पत्र भेजा है। 1 अक्टूबर को भेजे गए इस पत्र में भारत ने 2036 ओलंपिक और पैरालंपिक की मेजबानी के लिए रुचि जताई है।
पत्र में क्या?
पत्र में कहा गया है कि 'हमारा समाज हिंदू, इस्लाम, ईसाई, सिख, बौद्ध और जैन धर्मों का मिश्रण है, जिनमें से प्रत्येक हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और समाज में योगदान देता है। पूरा देश ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ की भावना से इस सपने में एकजुट है। भारत और हमारी ओलंपिक के लिए मेजबानी करना दुनिया को एक संदेश है।' बता दें कि भारत का पत्र IOC की नीति पर तैयार किया गया है।
कब लिया जाएगा निर्णय?
जानकारी के लिए बता दें कि भारत 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की दौड़ में शामिल कई देशों में से एक है। हालांकि, आईओसी ने यह साफ कर दिया है कि 2026 या 2027 से पहले कोई निर्णय होने की उम्मीद नहीं है। भारत के भेजे पत्र में कहीं भी मेजबान शहर के नाम का उल्लेख नहीं किया गया है, लेकिन अहमदाबाद का नाम सबसे आगे आ रहा है। दअरसल, गुजरात सरकार ने खेलों की योजना तैयार करने के लिए एक स्पेशल सेल- गुजरात ओलंपिक प्लानिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर कॉरपोरेशन लिमिटेड का गठन किया है। गृह मंत्री अमित शाह इस पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
इन 3 एशियाई देशों ने की मेजबानी
बता दें कि केवल तीन एशियाई देशों ने ही अब तक ओलंपिक की मेजबानी की है। इसमें चीन, दक्षिण कोरिया और जापान का नाम शामिल है। जापान ने दो बार 1964 और 2020 में दो बार खेलों की मेजबानी की है।
भारत के अलावा और कौन से देश कतार में...
पिछले वर्ष, जिन देशों ने 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने में रुचि दिखाई है, वे हैं सऊदी अरब, कतर, इंडोनेशिया, चिली और तुर्की। भारत के मुख्य प्रतिस्पर्धी सऊदी अरब और कतर हो सकते है। बात करें सऊदी अरब की तो हाल के वर्षों में इस देश ने वैश्विक खेल और बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण काम किया हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि सऊदी अरब बड़े आयोजनों की मेजबानी कर सकती है।