गौतम गंभीर के टीम इंडिया के हेड कोच बनने के बाद मीडिया में खूब शोर मचा था। दावे किए जा रहे थे कि टीम को विनिंग माइंडसेट वाला कोच मिला है। बीसीसीआई ने गौतम गंभीर को भारतीय टीम के हेड कोच का पद थाली में सजाकर दिया। गंभीर को अपने मन मुताबिक स्पोर्ट स्टाफ चुनने की आजादी मिली। लेकिन टीम अर्श से फर्श पर पहुंच गई है। गौतम गंभीर ने जब से भारतीय टीम के हेड कोच का पद संभाला है तब से जीत के लाले पड़ गए हैं। उनके 6 महीने के कार्यकाल में भारतीय टीम के दामन पर कई दाग लग चुके हैं।
रविवार, 5 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT 2024-25) के आखिरी टेस्ट में भारत को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 1-3 से गंवा दी। 10 साल में ऐसा पहली बार हुआ जब भारतीय टीम BGT को रिटेन नहीं कर सकी। साथ ही वह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की रेस से भी बाहर हो गई। इससे पहले भारतीय टीम लगातार दो बार WTC फाइनल खेली थी। टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के बाद अब गौतम गंभीर पर सवाल उठ रहे हैं। उनकी कोचिंग में टीम इंडिया ने कई शर्मनाक पल देखे हैं।
श्रीलंका से 27 साल बाद मिली हार
जुलाई 2024 में टीम इंडिया का हेड कोच बनने के बाद गौतम गंभीर का पहला असाइनमेंट श्रीलंका दौरा था। उनके कार्यकाल की शुरुआत धमाकेदार रही। भारतीय टीम ने 3 टी20 मैचों की सीरीज में मेजबानों का क्लीन स्वीप किया। इसके बाद वनडे सीरीज में श्रीलंका ने भारत को 2-0 से धो दिया। सीरीज का पहला मुकाबला टाई रहा था। 27 साल के लंबे अंतराल के बाद भारतीय टीम को श्रीलंका के हाथों वनडे सीरीज में हार का सामना करना पड़ा। टीम इंडिया तीनों मैचों की वनडे सीरीज में पहली बार हर मैच में ऑलआउट हुई थी।
घर में न्यूजीलैंड ने किया शर्मसार
अक्टूबर-नवंबर में न्यूजीलैंड की टीम 3 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत दौरे पर आई थी। इस सीरीज के दौरान भारतीय टीम पहली बार घरेलू टेस्ट में 50 रन के अंदर ऑलआउट हुई थी। न्यूजीलैंड के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट की पहली पारी में भारतीय टीम महज 46 रन पर सिमट गई। कीवी टीम ने इस सीरीज में टीम इंडिया का 3-0 से सफाया किया था। भारतीय टीम को अपने घर में पहली बार ऐसी शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। साथ ही भारत ने 12 साल बाद घरेलू टेस्ट सीरीज गंवाई थी।