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'गावस्कर पूरे इंडिया को हिला के रख देगा,' दिग्गज ने क्यों कहा ऐसा?

पटौदी ट्रॉफी का नाम बदले जाने पर टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर ने कहा है, 'बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का नाम बदलकर देखो। गावस्कर पूरे इंडिया को हिला के रख देगा।' 

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सुनील गावस्कर। (Photo Credit: BCCI/X)

भारत और इंग्लैंड के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज का नाम पटौदी ट्रॉफी से बदलकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी कर दिया गया था। इसकी खूब आलोचना हुई थी। टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर करसन घावरी ने भी पटौदी ट्रॉफी का नाम बदले जाने पर सचिन तेंदुलकर और BCCI को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट में टाइगर पटौदी के योगदान का अपमान है।

 

भारत के लिए 39 टेस्ट खेले 74 साल के करसन घावरी ने अन्य बाइलेटरल ट्रॉफी का उदाहरण देते हुए कहा, 'यह गलत बात है। ऑस्ट्रेलिया-वेस्टइंडीज सीरीज को हमेशा फ्रैंक वॉरेल ट्रॉफी कहा जाता है। भारत-ऑस्ट्रेलिया ट्रॉफी को हमेशा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी कहा जाता है। अगर इसका नाम बदल दिया जाए, तो गावस्कर पूरे इंडिया को हिलाकर रख देगा।'

 

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'नहीं हटना चाहिए था टाइगर का नाम'

करसन घावरी ने विक्की लालवानी के यूट्यूब चैनल पर कहा कि BCCI को इस फैसले का विरोध करना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'BCCI को MCC और ECB के सामने अपनी बात रखनी चाहिए थी। टाइगर का नाम नहीं हटाया जाना चाहिए था।'

 

सचिन तेंदुलकर ने पटौदी ट्रॉफी के नाम बदले जाने का शुरू में विरोध किया था लेकिन करसन घावरी का मानना है कि सचिन को सीधे मना कर देना चाहिए था। मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट खेले घावरी ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर को सीधे मना करना चाहिए था। आपत्ति जताना अलग बात है। उन्हें कहना चाहिए था कि मैं अपना नाम इस्तेमाल नहीं करना चाहता क्योंकि टाइगर पटौदी का नाम पहले से ही वहां है। पटौदी भारतीय क्रिकेट के दिग्गज हैं। अगर आपको मेडल देना है, तो हमारा नाम इस्तेमाल करें। ट्रॉफी का नाम नहीं बदला जाना चाहिए।'

 

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पटौदी के नाम पर दिया गया मेडल

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज 2-2 से ड्रॉ होने के बाद दोनों टीमों के कप्तानों को 'पटौदी एक्सीलेंस मेडल' दिया गया। सचिन तेंदुलकर की अपील के बाद टाइगर पटौदी की लेगेसी को बरकरार रखने के लिए BCCI और ECB ने यह फैसला किया था।

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