घरेलू क्रिकेट में करुण नायर का बल्ला आग उगल रहा है। 33 साल के करुण मौजूदा विजय हजारे ट्रॉफी में 6 पारियों में 5 शतक लगा चुके हैं। भारतीय टीम में वापसी की जुगत में लगा ये दाएं हाथ का बल्लेबाज विदर्भ की कप्तानी करते हुए 664 रन ठोक चुका है। विजय हजारे ट्रॉफी 2024-25 सीजन में वह एक ही बार आउट हुए हैं। पिछली 4 पारियों में उन्होंने सेंचुरी ठोकी है। शतक पर शतक जड़ रहे करुण को भारतीय टीम में शामिल किए जाने को लेकर काफी चर्चा हो रही है। ऐसे में जानना जरूरी है कि करुण के लिए टीम इंडिया में जगह है या नहीं।
भारत को 22 जनवरी से 12 फरवरी के बीच इंग्लैंड से 5 टी20 और 3 वनडे मैच खेलने हैं। इसके बाद टीम इंडिया चैंपियंस ट्ऱॉफी के लिए दुबई रवाना होगी। इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए भारतीय टीम का ऐलान हो गया है। वहीं वनडे सीरीज और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इस सप्ताह के अंत तक टीम घोषित की जाएगी, जिसमें सबकी नजरें करुण नायर पर होंगी।
क्या करुण नायर को मिलेगा मौका?
भारतीय टीम ने 2023 वर्ल्ड कप के बाद सिर्फ 6 वनडे मैच खेले हैं। इन 6 मैचों में कई खिलाड़ियों को आजमाया गया और बैटिंग ऑर्डर में काफी फेरबदल हुआ। चैंपियंस ट्रॉफी ज्यादा दूर नहीं है। ऐसे में ये मानकर चला जा रहा कि अब बैटिंग ऑर्डर में ज्याद बदलाव नहीं होगा। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल पारी की शुरुआत कर सकते हैं। यशस्वी जायसवाल भी ओपनिंग एक अच्छे विकल्प हैं। वहीं विराट कोहली नंबर 3 पर खेलेंगे।
मिडिल ऑर्डर के लिए श्रेयस अय्यर, केएल राहुल और ऋषभ पंत प्रमुख दावेदार हैं। राहुल और पंत में से कोई एक विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभालेगा। इसके बाद ऑलराउंडर्स आने शुरू हो जाएंगे। करुण नायर विजय हजारे ट्रॉफी में नंबर 3 पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। इस पोजिशन पर विराट कोहली बैटिंग करते हैं। अगर करुण को टीम में शामिल किया जाता है तो वह नंबर चार या पांच पर खेलेंगे। इस परिस्थिति में अय्यर-पंत-राहुल में से किसी एक को बाहर बैठाना होगा।
टेस्ट में जड़ चुके हैं तिहरा शतक
करुण नायर ने वनडे से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने जून 2016 में जिम्बाब्वे दौरे पर टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था। 3 वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में करुण ने ओपनिंग करते हुए 7 रन बनाए थे। वहीं दूसरे मैच में उनके बल्ले से 39 रन निकले थे। सीरीज के तीसरे मुकाबले में करुण को ड्रॉप कर दिया गया था। इसके बाद से उन्होंने कोई वनडे इंटरनेशनल मैच नहीं खेला है।
करुण नायर ने नवंबर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में अपना टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में तिहरा शतक जड़कर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी। इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में उन्होंने नाबाद 303 रन की पारी खेली। वीरेंद्र सहवाग के बाद करुण टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय बल्लेबाज बने थे। इसके अलावा वह अपनी पहली टेस्ट सेंचुरी को तिहरे शतक में तब्दील करने वाले दुनिया के तीसरे खिलाड़ी बने।
इस हैरतअंगेज कारनामे के बाद उन्हें अगले ही टेस्ट में प्लेइंग-XI में मौका नहीं मिला था। अजिंक्य रहाणे के टीम में वापस आने के बाद उन्हें बेंच पर बैठना पड़ा। करुण को जब मौका मिला तो वह भुना पाने में असफल रहे। तिहरा शतक जड़ने के बाद वह अगले 3 टेस्ट में 54 रन ही बना सके। इसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। करुण ने अपना आखिरी टेस्ट मार्च 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में खेला था।
इतिहास रचने से एक कदम दूर
करुण नायर ने विजय हजारे ट्रॉफी के एक सीजन में सबसे ज्यादा शतक लगाने के मामले में तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज एन जगदीशन के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है। जगदीशन ने 2021-22 सीजन सीजन में 5 शतक जड़े थे। विदर्भ की कप्तानी कर रहे करुण के पास जगदीशन को पीछे छोड़ने का सुनहरा मौका है। अगर वह 16 जनवरी को महाराष्ट्र के खिलाफ दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले में शतक जड़ देते हैं तो जगदीशन से आगे निकल जाएंगे।