नॉर्वे के दिग्गज शतरंज खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम टूर के टाइटल की रेस से बाहर हो गए हैं। कार्लसन को इस टूर्नामेंट के लास वेगास लेग में बैक टू बैक हार का सामना करना पड़ा और वह टॉप ब्रैकेट लिए क्वालिफाई नहीं कर सके। कार्लसन ने फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम का पेरिस और कार्ल्सरूहे लेग जीता था मगर लास वेगास में वह निचले ब्रैकेट में आ गए हैं। कार्लसन अब फ्रीस्टाइल ग्रैंड स्लैम खिताब नहीं जीत सकते। वह सिर्फ फाइनल रैंकिंग और प्राइज मनी के लिए खेलेंगे।
प्रज्ञानानंदा से मिली हार
वर्ल्ड नंबर-1 कार्लसन के लिए 17 जुलाई (बुधवार) का दिन बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा। लास वेगास में कार्लसन ने दो जीत के साथ शुरुआत की थी लेकिन इसके बाद वह भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा और वेस्ली सो से हार गए। इस बीच उन्होंने दो ड्रॉ भी खेला। अब कार्लसन को आखिरी राउंड में जीत की जरूरत थी ताकि टाई-ब्रेकर हो सके। उन्होंने बिबिसारा अस्सौबायेवा को हराया, लेकिन फिर दोनों प्लेऑफ गेम लेवोन अरोनियन से हारकर खिताबी दौड़ से बाहर हो गए।
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सफेद मोहरे वाले ग्रुप में थे कार्लसन
लास वेगास में टूर्नामेंट के पहले दिन राउंड रॉबिन फॉर्मेट में दो ग्रुप में आमना-सामना हुआ। सफेद मोहरे वाले ग्रुप में 8 प्लेयर थे, जबकि काले मोहरे वाले ग्रुप में भी इतने ही प्लेयर उतरे। इनमें से हर ग्रुप में टॉप-4 में रहने वाले प्लेयर टॉप ब्रैकेट में पहुंचे। कार्लसन सफेद मोहरे वाले ग्रुप में थे। इस ग्रुप से प्रज्ञानानंदा, नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव और जावोखिर सिंडारोव ने कुल 7 पॉइंट्स में से साढ़े चार-चार पॉइंट्स हासिल करते हुए टेबल टॉप किया। वहीं अरोनियन ने 4 पॉइंट्स हासिल कर कार्लसन को पीछे छोड़ उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।
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प्रज्ञानानंदा से हार के बाद बिगड़ी लय
मैग्नस कार्लसन को पिछले कुछ समय से भारतीय चेस खिलाड़ियों से पार पाना मुश्किल रहा है। पिछले महीने वर्ल्ड चैंपियन डी गुकेश ने उन्हें नॉर्वे चेस टूर्नामेंट में हराया था। क्लासिकल फॉर्मेट में कार्लसन के खिलाफ गुकेश की यह पहली जीत थी। अब इसी फॉर्मेट में कार्लसन को प्रज्ञानानंदा के सामने मुंह की खानी पड़ी है। लास वेगास फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम के चौथे राउंड में प्रज्ञानानंदा ने उन्हें 39 चालों में मात दी।
प्रज्ञानानंदा इससे पहले कार्लसन को रैपिड और ब्लिट्स में मात दे चुके हैं। यानी अब वह कार्लसन को सभी फॉर्मेट में हराने वाले प्लेयर बन गए हैं। कार्लसन के खिलाफ प्रज्ञानानंदा अपने पूरे रंग में थे। उन्होंने शुरू से ही अपने मोहरों को प्रभावी ढंग से तैनात किया। कार्लसन को कुछ मौके मिले, लेकिन प्रज्ञानानंदा ने कुछ शानदार चालों से उन्हें नाकाम कर दिया। इस हार का कार्लसन पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि वह अपनी लय खो बैठे और फ्रीस्टाइल चेस ग्रैंड स्लैम के खिताब की रेस से बाहर हो गए।