पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन मैग्नस कार्लसन और इंडनरेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) के बीच सब कुछ सही नहीं चल रहा है। कार्लसन को दिसंबर 2024 के अंत में वर्ल्ड रैपिड चैंपियनशिप से डिस्क्वालिफाई कर दिया था। कार्लसन इस इवेंट में जिंस पहनकर उतरे थे। टूर्नामेंट के ड्रेस कोड के उल्लंघन का हवाला देते हुए कार्लसन को राउंड 9 से बाहर कर दिया गया। इसके बाद कार्लसन ने फिडे को खूब सुनाया था। इस विवाद के खत्म होने के कुछ ही दिन बाद एक बार फिर फिडे और कार्लसन आमने-सामने आ गए हैं।
फिडे ने दी कानूनी कार्रवाई की धमकी
मैग्नस कार्लसन की मालिकाना हक वाली फ्रीस्टाइल चेस वर्ल्ड चैंपियनशिप अगले महीने से जर्मनी में शुरू होने वाली है। इसमें दुनिया के 10 टॉप खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। फिडे ने इस टूर्नामेंट की ब्रांडिंग 'वर्ल्ड चैंपियनशिप' के रूप में नहीं करने की चेतावनी दी है। चेस की ग्लोबल गवर्निंग बॉडी ने बात नहीं मानने पर फ्रीस्टाइल चेस प्लेयर्स क्लब (FCPC) को कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी है।
क्या बोला फिडे?
फिडे ने अपने बयान में कहा, 'FCPC अपने प्रोजेक्ट को वर्ल्ड चैंपियनशिप के रूप में पेश करने का प्रयास कर रहा है, जो सही नहीं है। क्योंकि पहले से ही फिडे चेस के अलग-अलग फॉर्मेट के वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन करता है।' फिडे ने आगे कहा कि वह FCPC के साथ बातचीत के लिए तैयार है। उसने अपने कैलेंडर को इस तरह से बनाया है ताकि खिलाड़ी फ्रीस्टाइल चेस सीरीज में भाग ले सकें, लेकिन उसने जोर देर कर कहा कि FCPC को 'वर्ल्ड चैंपियनशिप' के दावे को छोड़ना होगा।
फिडे ने आगे कहा कि अगर बात नहीं बैठती है तो फ्रीस्टाइल सीरीज को 'वर्ल्ड चैंपियनशिप' का दर्जा ना दिया जाए। फिडे के अधिकारों का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे टूर्नामेंट के आयोजक हों या निवेशक हों सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।