पंजाब किंग्स ने दस साल बाद पहली बार आईपीएल फाइनल में जगह बना ली है। क्वालीफायर 2 में उन्होंने पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस को हरा दिया और इसका बड़ा श्रेय कप्तान श्रेयस अय्यर को जाता है, जिन्होंने सिर्फ 41 गेंदों में नाबाद 87 रन ठोके। उन्होंने अपनी तूफानी पारी में आठ बड़े छक्के लगाए और पंजाब ने 204 रन का टारगेट छह गेंद पहले ही हासिल कर लिया। इस जीत के बाद अब फाइनल में पंजाब का सामना रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से होगाऔर तय हो गया है कि इस बार आईपीएल को नया चैंपियन मिलेगा।
जैसे ही श्रेयस अय्यर ने छक्का मारकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया, हार्दिक पांड्या पूरी तरह टूट गए। वह घुटनों पर बैठ गए, जैसे उनके अंदर की सारी ताकत खत्म हो गई हो। हार का असर इतना था कि वह कुछ पल तक वहीं बैठे रह गए। तभी जसप्रीत बुमराह आए, उन्होंने हार्दिक को धीरे से सहारा देकर उठाया और इशारे से कहा, 'चल, सबको हैंडशेक देना है।'
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हार्दिक पांड्या ने की अय्यर की तारीफ
मैच के बाद हार्दिक पांड्या ने श्रेयस अय्यर की तारीफ की कि उन्होंने दबाव में बहुत अच्छी बल्लेबाज़ी की। हार्दिक ने कहा कि श्रेयस ने अपना मौका अच्छे से इस्तेमाल किया और शानदार शॉट्स खेले, जिससे टीम को बहुत फायदा हुआ। दूसरी तरफ, पंजाब (PBKS) की शुरुआत ठीक नहीं रही और जल्दी झटके लगे लेकिन जोश इंगलिस ने आकर तेजी से रन बनाए खासकर जब उन्होंने बुमराह के एक ओवर में ही 20 रन ठोक दिए। उन्होंने 21 गेंदों पर 38 रन बनाए और अपनी टीम को मजबूती दी। इसके बाद नेहल वढेरा और अय्यर ने उसी तेजी से खेल जारी रखा और टीम की रफ्तार बनाए रखी।
पंजाब की टीम ने सिर्फ 7.5 ओवर में 84 रन की जबरदस्त साझेदारी कर ली, जिससे मैच का पूरा रुख उनके पक्ष में चला गया। वढेरा ने 29 गेंदों में 48 रन बनाए और दूसरे छोर पर अय्यर का शानदार साथ निभाया। एक बार अय्यर सेट हो गए, तो उन्होंने तेजी से खेल का रुख बदला और मैच को एक ओवर बाकी रहते ही खत्म कर दिया।
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मुंबई इंडियंस ने बनाए थे 203 रन
इससे पहले मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 203 रन बनाए। शुरुआत में बेयरस्टो ने 38 रन की तेज पारी खेली। फिर तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव ने मिलकर 72 रन की साझेदारी की और टीम को मज़बूत स्थिति में पहुँचाया। इसके बाद नमन धीर ने सिर्फ 18 गेंदों में 37 रन ठोक दिए।
हालांकि, पंजाब के गेंदबाजों चहल, जैमीसन और वैशाख ने सही समय पर विकेट लेकर मुंबई को बड़ा स्कोर बनाने से रोका लेकिन असली हीरो अय्यर रहे, जिनकी शानदार बल्लेबाज़ी ने पंजाब को जीत दिलाई और टीम को पहली बार फाइनल में पहुंचा दिया।