ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का 2025 इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आखिर में वापस लौटना एक विवाद का कारण बन गया है। उन्होंने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की तैयारी छोड़कर IPL में हिस्सा लिया, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम के कुछ दिग्गज नाखुश नजर आए। पूर्व तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने तो इस फैसले पर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है।
लंदन के लॉर्ड्स मैदान में खेले गए WTC फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को दक्षिण अफ्रीका से चार दिन में ही पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार में हेजलवुड के कमजोर प्रदर्शन को एक बड़ी वजह माना गया, जिन्होंने मैच में सिर्फ दो विकेट ही लिए। मिचेल जॉनसन ने अपनी आलोचना में कहा कि अगर हेजलवुड ने IPL के बजाय देश को प्राथमिकता दी होती, तो शायद नतीजा कुछ और होता।
IPL में क्यों लौटे हेजलवुड?
माना जा रहा है कि IPL 2025 का सीजन भारत-पाक तनाव के चलते कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। उस दौरान हेजलवुड चोट को लेकर चिंतित थे और उन्होंने वापस न खेलने का संकेत दिया था। हालांकि, बाद में वे भारत लौटे और RCB के लिए आखिरी कुछ मुकाबले खेले। जॉनसन का कहना है कि यह फैसला राष्ट्रीय टीम की तैयारी के खिलाफ गया और इससे हेजलवुड की फिटनेस पर भी असर पड़ा।
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मिचेल जॉनसन का बयान
जॉनसन ने 'The West Australian' में लिखे कॉलम में कहा- ‘पिछले कुछ सालों में हेजलवुड की फिटनेस चिंता का विषय रही है। ऐसे में IPL को देश से ऊपर रखना गलत संदेश देता है।’ उन्होंने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क, पैट कमिंस, नाथन लियोन और हेजलवुड, इन चार गेंदबाजों की ‘बिग फोर’ जोड़ी अब हमेशा के लिए भरोसेमंद नहीं मानी जा सकती। अगर कुछ खिलाड़ी सिर्फ एशेज सीरीज को विदाई के तौर पर खेल रहे हैं, तो यह सोच भी गलत दिशा में इशारा करती है।
आने वाले समय के लिए तैयारी जरूरी
जॉनसन ने सुझाव दिया कि अब समय है कि नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाए। उन्होंने सैम कॉन्स्टास, जोश इंग्लिस और स्कॉट बोलैंड जैसे खिलाड़ियों को टीम में लाने सुझाव दिया। उनका कहना है – ‘ये खिलाड़ी हर बार खुद को साबित करना चाहते हैं। हमें अब युवा खिलाड़ियों पर काम करना चाहिए और सीनियर खिलाड़ियों पर जरूरत से ज्यादा निर्भर नहीं रहना चाहिए।’