देश को वनडे, टी-20 विश्वकप और आईसीसी चैंपियंस जिताने वाले कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने हॉल ऑफ फेम में जगह दी है। आईसीसी ने एमएस धोनी को बेहतरीन कप्तान, बल्लेबाज और विकेटकीपर बताया। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले धोनी 11वें भारतीय क्रिकेटर हैं। क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ने कहा कि 538 मैचों में धोनी के 17266 रन और विकेट के पीछे 829 शिकार उनके असाधारण स्थिरता और फिटनेस को दर्शाते हैं। आईसीसी ने दबाव में धोनी के धैर्य और उनकी कप्तानी के कौशल की जमकर तारीफ की। उन्हें टी-20 मैचों का सबसे महानतम फिनिशर करार दिया। लंदन में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले एक खास कार्यक्रम में आईसीसी ने यह एलान किया।
धोनी के अलावा इन छह खिलाड़ियों को मिली जगह
- मैथ्यू हेडन (ऑस्ट्रेलिया)
- ग्रेम स्मिथ (साउथ अफ्रीका)
- हाशिम अमला (साउथ अफ्रीका)
- डेनियन वेट्टोरी (न्यूजीलैंड)
- सना मीर (पाकिस्तान)
- सारा टेलर (इंग्लैंड)
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'धोनी ने बदली विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका'
आईसीसी ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि जब धोनी 2004 में राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बने तो शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा कि 23 साल का यह खिलाड़ी विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका को किस हद तक बदल देगा। डिफ्लेक्शन से रन-आउट करना, पलक झपकते स्टंपिंग और अपने स्टाइल में कैच लपकना, धोनी ने विकेटकीपिंग को अपनी कला में बदल दिया। बल्लेबाजी मेंन जबरदस्त ताकत और पावर-हिटिंग का इस्तेमाल किया।
दो विश्वकप जिताने वाले इकलौते कप्तान
2004 में धोनी अपने पहले वनडे मैच में शून्य पर आउट हुए थे। 2005 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 123 गेंदों में 148 रनों की तूफानी पारी खेली। इसी साल अक्टूबर महीने में धोनी ने जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ 145 गेंदों पर 15 चौकों और 10 छक्कों की मदद से 183 रन की नाबाद पारी खेली। यह वनडे मैच में किसी भी विकेटकीपर का सर्वाधिक स्कोर है। इन आतिश भारी पारियों ने धोनी का नाम क्रिकेट जगह के कोने-कोने में पहुंचा दिया था।
महेंद्र सिंह धोनी ने 2007 में पहली बार टीम इंडिया को टी-20 विश्वकप का विजेता बनाया। चार साल बाद यानी 2011 में वनडे विश्वकप का खिताब देश के नाम किया। दो साल बाद 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती। धोनी भारत के इकलौते कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्राफी जीती हैं। उन्होंने अपना आखिरी मैच 2019 वनडे विश्वकप के सेमीफाइनल में खेला था। अगले साल 15 अगस्त 2020 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
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हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले पहले 10 भारतीय
- नीतू डेविड
- वीरेंद्र सहवाग
- डायना इडुल्जी
- वीनू मांकड
- सचिन तेंदुलकर
- राहुल द्रविड़
- अनिल कुंबले
- कपिल देव
- बिशन सिंह बेदी
- सुनील गावस्कर
सम्मान मिलने पर क्या बोले धोनी?
आईसीसी के सम्मान पर धोनी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'यह हमेशा मेरे साथ रहेगा। आईसीसी हॉल ऑफ फेम में जगह पाना सम्मान की बात है। यह दुनियाभर के विभिन्न पीढ़ियों के क्रिकेटरों के योगदान को मान्यता देता है। ऐसे ऑल टाइम ग्रेट्स खिलाड़ियों के साथ अपना नाम याद किया जाना एक अद्भुत अनुभव है। यह कुछ ऐसा है, जिसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा।'