BCCI के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन में फिर से वापसी कर ली है। श्रीनिवासन चेन्नई सुपर किंग्स क्रिकेट लिमिटेड (CSKCL) के चेयरमैन बने हैं। यह कंपनी पांच बार की आईपीएल चैंपियन CSK टीम का मालिकाना हक रखती है। श्रीनिवासन ने ही 2008 में CSK की नींव रखी थी। मगर फ्रेंचाइजी में उन्होंने पहली बार किसी पद की जिम्मेदारी संभाली है।
श्रीनिवासन और उनकी बेटी रूपा गुरुनाथ इस साल फरवरी में CSKCL बोर्ड में शामिल हुए थे। CSKCL ने मंगलवार (2 सितंबर) को अपने सलाना रिपोर्ट में बताया कि श्रीनिवासन मई में कंपनी के चेयरमैन बने थे। उन्होंने इस पद पर अपने चचेरे भाई आर श्रीनिवासन को रिप्लेस किया। वहीं रूपा गुरुनाथ कुछ दिनों पहले कंपनी की पूर्णकालिक डायरेक्टर बनी हैं। CSK की फाउंडिंग ओनर कंपनी इंडिया सिमेंट्स ने पिछले साल अपने सिमेंट के बिजनेस को बेच दिया था, जिसके बाद यह बदलाव आया है।
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मैच फिक्सिंग स्कैंडल के बाद BCCI से हटे थे श्रीनिवासन
एन श्रीनिवासन साल 2000 के बाद से क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन का प्रमुख चेहरा रहे हैं। उन्होंने तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन से अपने क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन करियर की शुरुआत की। वह 2005 में BCCI पहुंचे। उन्हें बोर्ड का कोषाध्यक्ष बनाया गया। माना जाता है कि BCCI से जगमोहन डालमिया को हटाने में उन्होंने शरद पवार का साथ दिया था। बोर्ड में धीरे-धीरे उनका कद बढ़ता गया। इसके बाद उन्होंने 2008 में CSK को खड़ा किया।
वह आधिकारिक रूप से फ्रेंचाइजी में किसी भी पद पर नहीं रहे। हालांकि CSK से जुड़े रहने के कारण उनके क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेशन करियर पर कई बार हितों के टकराव के आरोप लगे। श्रीनिवासन सिंतबर 2011 में BCCI के अध्यक्ष बने थे। आईपीएल 2013 में मैच फिक्सिंग का मामला सामने आने के बाद उन्हें अपने पद से हटना पड़ा। जून 2014 में वह ICC के पहले चेयरमैन बने। हालांकि BCCI से जाने के बाद भी उनका बोर्ड में दबदबा रहा। श्रीनिवासन के ग्रुप ने 2015 तक BCCI को चलाया था।
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