नेपाल और नीदरलैंड्स के बीच सोमवार (16 जून) को खेला गया टी20 इंटरनेशनल मैच इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। ग्लास्गो में खेले गए इस मुकाबले में तीन-तीन सुपर ओवर फेंके गए। ऐसा क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुआ। नीदरलैंड्स ने इस रोमांचक मुकाबले में बाजी मारी जबकि नेपाल को दिल तोड़ने वाली हार का सामना करना पड़ा।
इससे पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में सिर्फ एक ही बार किसी मुकाबले में दो-दो सुपर ओवर हुए थे। भारत और अफगानिस्तान के बीच साल 2023 में बेंगलुरु में खेले गए तीसरे टी20 इंटरनेशनल मैच का नतीजा दूसरे सुपर ओवर में निकला था, जिसमें टीम इंडिया विजयी रही थी। क्रिकेट इतिहास में पहली बार एक मैच में दो-दो सुपर ओवर आईपीएल 2020 के दौरान देखने को मिला था। किंग्स XI पंजाब (अब पंजाब किंग्स) और मुंबई इंडियंस के बीच खेला गया मैच दूसरे सुपर ओवर में पहुंचा था।
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एक मैच में कितने सुपर ओवर हो सकते हैं?
इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया 2019 वर्ल्ड कप फाइनल मैच टाई हो गया था। फिर सुपर ओवर भी टाई रहा। बाउंड्री काउंट के आधार पर इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया। इसके बाद नियमों में बदलाव किए गए। मौजूदा नियम के अनुसार, लिमिटेड ओवर्स फॉर्मेट में अगर सुपर ओवर भी टाई रहता है तो जब तक नतीजा नहीं निकल जाता तब तक सुपर ओवर फेंका जाएगा। आइए जानते हैं किसी मुकाबले में एक से ज्यादा सुपर ओवर होने पर कौन-कौन से नियम बदल जाते हैं।
एक गेंदबाज नहीं डाल सकता दूसरा सुपर ओवर
अगर किसी गेंदबाज ने पहला सुपर ओवर डाला है तो वह दूसरा सुपर ओवर नहीं फेंक सकता है। वहीं बल्लेबाज के मामले में नियम अलग हैं। कोई बल्लेबाज सुपर ओवर में आउट हो जाता है तो उसे आने वाले सुपर ओवर्स में बैटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं अगर बल्लेबाज नॉट आउट रहता है तो वह बैटिंग के लिए उतर सकता है।
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सुपर ओपर में कैसे डिसाइड होता है कि कौन पहले बैटिंग करेगा?
मैच में बाद में बैटिंग करने वाली टीम सुपर ओवर में पहले बैटिंग करती है। अगले सुपर ओवर में भी यही नियम लागू होता है। उदाहरण के तौर पर अगर कोई टीम पहले सुपर ओवर में पहले बैटिंग करती है तो वह दूसरे सुपर ओवर में बाद में बैटिंग करेगी।