बिहार के खेल प्रेमियों के लिए झटका देने वाले खबर सामने आई है। राजगीर में होने वाला महिला कबड्डी वर्ल्ड कप हैदराबाद शिफ्ट हो गया है। इस टूर्नामेंट का आयोजन 1 से 10 जून के बीच होना था लेकिन बिहार के मेजबानी से पीछे हटने पर अब यह 3 से 10 अगस्त तक हैदराबाद के गाचीबोवली इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा।
किए गए थे बड़े-बड़े दावे
महिला कबड्डी वर्ल्ड कप की मेजबानी के लिए अप्रैल महीने में भारतीय एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन और बिहार स्टेट स्पोर्ट्स अथॉरिटी के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए थे। उस इवेंट में बिहार स्टेट स्पोर्ट्स अथॉरिटी के डायरेक्टर जनरल एवं CEO रवीन्द्रण शंकरण ने कहा था कि महिला कबड्डी वर्ल्ड कप में शामिल होने वाली खिलाड़ियों के आने-जाने, रहने और भोजन समेत हर प्रकार की सुविधाओं की व्यवस्था बिहार सरकार करेगी।
साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया था कि दर्शकों की एंट्री फ्री होगी। जिन्हें पास नहीं मिल पाएगा, उनके लिए बाहर बड़े स्क्रीन पर मैच देखने की व्यवस्था की जाएगी। मगर टूर्नामेंट की मेजबानी से नाम वापस लेने पर ये सभी दावे हवा-हवाई साबित हुए। बता दें कि महिला कबड्डी वर्ल्ड कप की 13 साल बाद वापसी हो रही है। पहला संस्करण 2012 में पटना में हुआ था। भारतीय टीम फाइनल में ईरान को 6 पॉइंट के अंतर से हराकर चैंपियन बनी थी।
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महिला कबड्डी को प्रोत्साहित करने के लिए तेलंगाना आगे आया
तेलंगाना कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष कासनी वीरेश ने स्पोर्टस्टार को बताया, 'जब बिहार ने नाम वापस ले लिया, तो हमने भारतीय एमेच्योर कबड्डी फेडरेशन से अनुरोध किया कि यह आयोजन तेलंगाना में आयोजित किया जाए और फेडरेशन ने इसे स्वीकार कर लिया। हम महिला कबड्डी को प्रोत्साहित करना चाहते हैं, भले ही इसे हमेशा ज्यादा प्रायोजक न मिलें। हैदराबाद ने 2005 में एशियन कबड्डी चैंपियनशिप की मेजबानी की थी और अब 20 साल बाद यह शहर एक और इंटरनेशन महिला कबड्डी टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा।'
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14 देशों की टीमें उतरेंगी
महिला कबड्डी वर्ल्ड कप 2025 में मेजबान भारत समेत 14 देशों की टीमें उतरेंगी। भारत के अलावा अन्य 12 देशों अर्जेंटीना, बांग्लादेश, चीनी ताइपे, जर्मनी, हॉलैंड, ईरान, जापान, केन्या, नेपाल, थाईलैंड, युगांडा और जांजीबार ने अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है। वहीं पोलैंड की ओर से अभी हरी झंडी मिलना बाकी है।