फ्रांस की फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट-जर्मेन (PSG) ने चैंपियंस लीग के फाइनल में इंटर मिलान को 5-0 से रौंद दिया। चैंपियंस लीग फाइनल के इतिहास में किसी टीम की यह सबसे बड़ी जीत रही। जर्मनी के म्यूनिख में पीएसजी ने एकतरफा अंदाज में यूरोपीय फुटबॉल का सबसे बड़ा खिताब अपने नाम किया।
टीम की इस ऐतिहासिक जीत के बाद फैंस जश्न में डूब गए। जमकर आतिशबाजियां की गईं। हालांकि जश्न का ये माहौल कुछ ही देर में हिंसक हो गया। पूरे फ्रांस से हिंसा और झड़प की खबरें आई हैं, जिनमें दो लोगों की मौत हो गई है।
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17 साल के युवक की चाकू घोंपकर हत्या
पीएसजी की जीत के बाद पेरिस की सड़कों पर जश्न मनाने उतरी भीड़ बेकाबू हो गई। एक 17 साल के युवक की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई। वहीं सेंट्रल पेरिस में पीएसजी की जीत के जश्न के दौरान स्कूटर पर सवार एक युवक की कार से टकराने से मौत की खबर है। बेकाबू भीड़ ने सार्वजनिक संपत्ति कभी काफी नुकसान पहुंचाया है। पेरिस में 200 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया।
फ्रांस के गृहमंत्री ने जानकारी दी है कि इस झड़प में 20 सुरक्षाबलों के अलावा दमकल विभाग के 7 कर्मचारी भी घायल हुए हैं। हिंसा के बाद 550 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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कोमा में एक पुलिस अधिकारी
फ्रांस के उत्तर पश्चिम में पीएसजी फैंस की आतिशबाजी में एक पटाखा एक पुलिस अधिकारी को लगा, जिससे वह कोमा में चला गया है और उसकी आंख में गंभीर चोट आई है। इसके अलावा पेरिस में 201 लोग घायल हुए, जिनमें से चार की हालत गंभीर है। पीएसजी ने हिंसा की निंदा करते हुए एक बयान में कहा, 'यह खिताब सामूहिक जश्न का पल होना चाहिए। हिंसा की ये घटनाएं क्लब के मूल्यों के विपरीत हैं।'