रणजी ट्रॉफी 2024-25 सीजन के फाइनल में विदर्भ और केरल की टीमें आमने-सामने है। नागपुर में 26 फरवरी को शुरू हुए खिताबी मुकाबले का कल (1 मार्च) आखिरी दिन है। चौथे दिन स्टंप्स तक विदर्भ ने 4 विकेट के नुकसान पर 249 रन बना लिए हैं। करुण नायर (132) और कप्तान अक्षय वाडकर (4) नाबाद बल्लेबाज हैं। विदर्भ ने पहली पारी के आधार पर 37 रन की बढ़त हासिल की थी। इस तरह उसकी कुल बढ़त 286 रन की हो गई है।
मुकाबले में अब एक दिन का ही खेल बचा है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसका नतीजा निकलना मुश्किल लग रहा है, क्योंकि अगर केरल की टीम विदर्भ के बाकी बचे 6 विकेट पहले सेशन में ही निकाल देती है तो उसे आखिरी दो सेशन में 300 के आसपास के टारगेट को चेज करना होगा, जो असंभव से कम नहीं है। विदर्भ की टीम जीत सकती है लेकिन ज्यादा चांसेज हैं कि मुकाबला ड्रॉ होगा। ऐसे में आइए जानते हैं कि रणजी फाइनल ड्रॉ होने पर कौन सी टीम चैंपियन बनेगी।
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इस टीम को विजेता घोषित किया जाएगा
अगर फाइनल मुकाबला ड्रॉ पर छूटता है तो पहली पारी की बढ़त के आधार पर विदर्भ चैंपियन बन जाएगा। रणजी ट्रॉफी के नॉक आउट में मैच ड्रॉ रहने पर पहली पारी में बढ़त लेने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाता है। केरल भी इसी नियम के तहत पहली बार फाइनल में पहुंचा है। उसने क्वार्टर-फाइनल में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ 1 रन और सेमीफाइनल में गुजरात के खिलाफ 2 रन की बढ़त हासिल की थी। ये दोनों मुकाबले ड्रॉ रहे थे और नियम के अनुसार केरल को आगे बढ़ने का मौका मिला था।
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केरल ने फाइनल में बढ़त बनाने का मौका गंवाया
खिताबी मुकाबले में केरल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। विदर्भ ने पहली पारी में 379 रन का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में केरल की टीम ने एक समय 6 विकेट के नुकसान पर 324 रन बना लिए थे। केरल को ट्रॉफी पर एक हाथ रखने के लिए 56 रन की जरूरत थी लेकिन कप्तान सचिन बेबी (98) के आउट होते ही उसकी पारी बिखर गई और पूरी टीम 342 रन पर सिमट गई और इसी के साथ रणजी चैंपियन बनने की उसकी उम्मीदें धूमिल हो गईं।